बिहार के सीतामढ़ी जिले के रुन्नीसैदपुर थाना क्षेत्र में शनिवार को एक यात्री बस के पुल की रेलिंग तोड़कर नीचे गिरने के बाद राज्य सरकार सक्रिय हो गई है. राज्य में बढ़ रही सड़क दुर्घटनाओं को रोकने के लिए राज्य सरकार ने भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआई) के साथ करार किया है.
बिहार के उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने रविवार को कहा कि राज्य में सड़क दुर्घटनाओं को सरकार ने संजीदगी के साथ संज्ञान में लिया है. राज्य सरकार और एनएचएआई के बीच एक समझौता हुआ है जिसके तहत वह बिहार में नेशनल हाइवे के लिए 40 एम्बुलेंस और 40 पुलिस स्कॉट गाड़ियां उपलब्ध कराएगी.
सुशील मोदी ने कहा कि 2017 में पूरे देश मे 1 लाख 46 हजार तथा बिहार में 5,429 लोगों की मौत सड़क दुर्घटना में हुई है. अब जो भी नई सड़क बनेगी उसके प्राक्कलन में ही सुरक्षा के सारे मानक शामिल किए जाएंगे. जिला स्तर पर दुर्घटना विश्लेषण समिति का गठन किया गया है तथा जिला सड़क सुरक्षा समिति के माध्यम से सुधारात्मक कदम उठाये जाएंगे.
उपमुख्यमंत्री ने कहा कि पूरे राज्य में 124 ब्लैक स्पॉट चिन्हित किए गए हैं, जिनमें 101 नेशनल हाइवे पर व शेष स्टेट हाइवे तथा अन्य सड़कों पर हैं. इनमें 54 पर मरम्मत का काम जारी है.
मोदी ने बताया कि इसके अलावा सभी गाड़ियों में स्पीड गर्वनर तथा रिफ्लेक्टिन्ग टेप लगाने का निर्देश दिया गया है. राज्य सरकार जल्द ही बिहार सुरक्षित विद्यालय बस परिवहन नीति बनाने और यातायात शोध संस्थान स्थापित करने जा रही है. साथ ही फुट ओवर ब्रिज और सड़कों पर अंडर पास भी बनाए जाएंगे. मुख्यमंत्री ने भी घोषणा की है कि दुर्घटना के जिम्मेदार चालकों के दो वर्ष की सजा के प्रावधान को और कठोर बनाया जाएगा.
रविवार को उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी मंत्री सुरेश शर्मा, प्रमोद कुमार, सांसद अजय निषाद व औराई के पूर्व विधायक रामसूरत राय के साथ मुजफ्फरपुर एसकेएमसीएच जाकर सीतामढ़ी बस दुर्घटना के घायल 44 यात्रियों से मुलाकात की और अधीक्षक को घायलों के समुचित इलाज, सरकारी स्तर पर सभी आवश्यक दवाएं उपलब्ध कराने, मरीजों तथा उनकी देखभाल करने वाले परिजनों के लिए भोजन की व्यवस्था करने का निर्देश दिया. मजफ्फपुर से औराई जा रही एक बस के पुल से नीचे गिर जाने की वजह से शनिवार को 14 लोगों की मौत हो गई थी.