बिहार के छपरा में हुए मिड डे मील कांड में 23 बच्चों की मौत के लिए आलोचनाओं का सामना कर रही नीतीश सरकार ने गुरुवार को कहा कि उन्हें इसको लेकर केंद्ग की ओर से कोई अलर्ट नहीं मिला था.
केंद्र सरकार ने दावा किया था कि बिहार में मिड डे मील के खाने को लेकर आ रही शिकायतों के बाद केंद्र सरकार ने बिहार सरकार को एक अलर्ट जारी किया था.
शिक्षा विभाग के प्रधान सचिव अमरजीत सिन्हा ने कहा, 'ऐसा कोई भी अलर्ट हमें जारी नहीं किया गया था. प्रोजेक्ट अप्रूवल बोर्ड की मीटिंग में कहा गया था कि ए एन सिन्हा इंस्टीट्यूट ऑफ सोशल साइंस एंड जामिया मिलिया यूनिवर्सिटी ने एक अध्ययन में ऐसा पाया था कि कई जगहों पर खाने में सफाई का ध्यान नहीं रखा जा रहा है जिसपर सरकार ने तुरंत एक्शन लिया था.'
इससे पहले यूनियन एचआरडी मंत्री एमएम पालम राजू ने कहा था कि सारण समेत बिहार के 12 जिलों में मिड डे मील को लेकर अलर्ट जारी किया गया था. बिहार के शिक्षा मंत्री पीके साही ने बुधवार को कहा था कि मिड डे मील के खाना जहरीला था, और इसमें ऑर्गेनिक फास्फोरस मिला हुआ था.