बिहार में छपरा के पास रविवार को बड़ी घटना सामने आई. छपरा से सटे विशुनपुरा में रविवार सुबह बारिश के दौरान आकाशीय बिजली गिरने से 6 लोगों की मौत हो गई, जबकि उसकी चपेट में आए 2 लोग गंभीर रूप से घायल हो गए. घायलों का इलाज छपरा के सदर अस्पताल में चल रहा है.
प्राप्त जानकारी के मुताबिक, कुछ लोग दियारा इलाके में खेत में गए थे. वहां अचानक आंधी के साथ बारिश शुरू हो गई. लोग खुद को बचाने के लिए पास की एक झोपड़ी में चले गए. अचानक बगल में आकाशीय बिजली गिरी जिसकी चपेट में सभी लोग आ गए. मौके पर ही कुछ लोगों की मौत हो गई जबकि जख्मी लोगों को फौरन छपरा के सदर अस्पताल में दाखिल कराया गया.
इसी के साथ बिहार में वज्रपात से 12 लोगों की मौत की खबर है. सबसे ज्यादा 9 लोगों की मौत सारण ज़िले के विशुनपुरा गांव में हुई. इसके अलावा जमुई में 02 और भोजपुर में 01 व्यक्ति की मौत हो गई. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने इस घटना पर गहरी शोक संवेदना व्यक्त की है. मुख्यमंत्री ने कहा कि आपदा की इस घड़ी में वे प्रभावित परिवारों के साथ हैं. मुख्यमंत्री ने तत्काल मृतकों के आश्रितों को चार-चार लाख रुपये अनुग्रह राशि के रूप में देने के निर्देश दिए हैं. साथ ही उन्होंने वज्रपात से झुलसे लोगों के समुचित इलाज के भी निर्देश दिए हैं.
मुख्यमंत्री ने कहा कि इस बार हुए वज्रपात की तीव्रता काफी अधिक थी. लॉकडाउन की वजह से लोग घरों में थे, इस कारण ऐसी तीव्रता वाले वज्रपात से संभवतः क्षति कम हुई है. मुख्यमंत्री ने लोगों से अपील की है कि सभी लोग खराब मौसम में पूरी सतर्कता बरतें. खराब मौसम होने पर वज्रपात से बचाव के लिए आपदा प्रबंधन विभाग की ओर से समय-समय पर जारी किए गए सुझावों का अनुपालन करें. मुख्यमंत्री ने अपील करते हुए कहा कि लोग धैर्य रखें, सचेत रहें, सतर्क रहें, तभी स्वस्थ रहेंगे.
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बता दें, देश के अन्य इलाकों की तरह बिहार में भी कुछ दिनों से रुक-रुक कर बारिश हो रही है. कहीं-कहीं से तेज आंधी की भी खबरें हैं. इस बीच गेहूं की फसल तैयार है और किसान उसकी कटाई भी कर चुके हैं लेकिन बारिश के कारण मड़ाई (थ्रेसिंग) के काम में बड़ी बाधा आ रही है.