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बिहारः इस्तीफा दिए बगैर JDU में शामिल हुईं पूर्व मंत्री की सरकारी डॉक्टर बेटी

इलियास हुसैन आरजेडी के वरिष्ठ नेता हैं और फिलहाल डिहरी से विधायक भी हैं. डॉक्टर असमा परवीन ने जेडीयू की सदस्यता ग्रहण करते हुए कहा कि वो अपने पिता की मर्जी से इस पार्टी में शामिल हो रही हैं.

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जेडीयू में शामिल हुईं असमा परवीन
जेडीयू में शामिल हुईं असमा परवीन

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राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) के वरिष्ठ नेता और पूर्व मंत्री इलियास हुसैन की बेटी डॉक्टर असमा परवीन जनता दल यू (जेडीयू) में शामिल हो गईं. खास बात यह है कि सरकारी नौकरी में रहते हुए असमा ने पार्टी की सदस्यता हासिल की है.

इलियास हुसैन की बेटी असमा परवीन एक सरकारी डॉक्टर हैं और वह सोमवार को पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष वशिष्ठ नारायाण सिंह के सामने तीर छाप का दुपट्टा डालकर जेडीयू में शामिल हो गईं.

इलियास आरजेडी के वरिष्ठ नेता हैं और फिलहाल डिहरी से विधायक भी हैं. असमा ने जेडीयू की सदस्यता ग्रहण करते हुए कहा कि वो अपने पिता की मर्जी से इस पार्टी में शामिल हो रही हैं.

इलियास हुसैन आरजेडी के कद्दावर नेताओं में शुमार रहे हैं और लालू प्रसाद और राबड़ी मंत्रिमंडल में मंत्री भी रहे. उन पर अलकतरा घोटाले का आरोप लगा था, लेकिन कोर्ट ने बरी कर दिया.

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कहा जा रहा है कि इलियास हुसैन आरजेडी में असहज महसूस कर रहे हैं, खासकर जब से पार्टी की कमान तेजस्वी यादव के हाथ में आई है. माना जा रहा है कि वह आगे की रणनीति तय करने की जुगत में लगे हुए हैं.

सरकारी सेवा और पार्टी सेवा

इलियास की बेटी फिलहाल हाजीपुर सदर अस्पताल में सरकारी डॉक्टर हैं और अपना प्राइवेट अस्पताल भी चलाती हैं.

हालांकि कानून के मुताबिक सरकारी सेवा में रहते हुए कोई भी व्यक्ति किसी राजनीतिक दल का सदस्य नहीं बन सकता, लेकिन मुस्लिम वोट की चाह ऐसी थी कि सत्ताधारी पार्टी ही सरकार के नियम-कानून को भूल गई, हालांकि डॉक्टर असमा परवीन ने सरकारी नियमों को सिरे से नकार दिया.

इस मामले में उन्होंने कहा कि ऐसा कोई नियम नहीं है कि वो किसी पार्टी में शामिल नहीं हो सकतीं. हां बिना इस्तीफा दिए चुनाव नहीं लड़ सकतीं.

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