बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने शुक्रवार को कहा कि बिहार जैसे पिछड़े राज्य का विकास अब देश के अन्य पिछड़े राज्यों के लिए प्रेरणा बन गया है. उन्होंने कहा कि भविष्य में पुलिस से जुड़े सभी तरह के पदों पर होने वाली भर्ती में महिलाओं के लिए 35 प्रतिशत सीटें आरक्षित होंगी. पटना के गांधी मैदान में बिहार दिवस के समारोह का उद्घाटन करते हुए उन्होंने कहा कि महिला सशक्तीकरण को समर्पित इस बार का दिवस वाले संकल्प को बिहार सरकार पूरा करने के लिए कृतसंकल्प है.
उन्होंने कहा कि बिहार की चर्चा अब देश में ही नहीं विदेशों में हो रही है, परंतु चर्चा का कारण बदल गया है. पहले जहां बिहार की चर्चा अपहरण और नरसंहार के लिए होती थी वहीं अब बिहार की चर्चा विकास दर के लिए हो रही है. उन्होंने कहा कि यह बिहार सरकार की उपलब्धि नहीं है बल्कि पूरे बिहार के साढ़े दस करोड़ लोगों के संकल्प का परिणाम है.
मुख्यमंत्री ने कहा कि सभी तरह के सहकारी संगठन और प्राथमिक कृषि साख समिति (पैक्स) की आधी सीटें अब महिआओं के लिए होंगी. अगले चार-पांच वर्षों में महिलाओं के दस लाख स्वयं सहायता समूह का गठन किया जाएगा. नीतीश ने कहा कि बिहार के सभी विद्यालय के छात्राओं को मार्शल आर्ट का प्रशिक्षण दिलाया जाएगा जिससे बिहार की बच्चियां खुद अपनी सहायता कर सकें.
इस मौके पर कई सांस्कृतिक कार्यक्रम सहित कई प्रकार के आयोजन आयोजित किए गए. पटना के अलावा बिहार के सभी हिस्सों में बिहार दिवस एक त्यौहार के रूप में मनाया जा रहा है. गांधी मैदान में तीन दिनों तक बिहार दिवस से संबंधित कार्यक्रम होंगे.