
बिहार की सत्ताधारी जनता दल यूनाइटेड (जेडीयू) में आरसीपी सिंह और ललन सिंह की सियासी अदावत के चर्चे सूबे के सियासी गलियारों में आम रहे हैं. आरसीपी सिंह को जेडीयू के कोटे से केंद्र सरकार में मंत्री बना दिया गया तो रिक्त हुए पार्टी के अध्यक्ष पद पर ललन सिंह की ताजपोशी हुई. आरसीपी सिंह केंद्रीय मंत्री बने तो जेडीयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष पद पर ललन सिंह की ताजपोशी हुई. इसके बाद पार्टी में गुटबाजी अब खुलकर सामने भी आने लगी है. इसकी बानगी जेडीयू दफ्तर पर लगाए गए पोस्टर में भी देखने को मिल रही है.
जेडीयू के पूर्व अध्यक्ष और केंद्रीय मंत्री आरसीपी सिंह 16 अगस्त को पटना आ रहे हैं. उनके स्वागत के लिए जेडीयू दफ्तर में जो पोस्टर लगाए गए हैं, उनमें दर्जन भर नेताओं की तस्वीर लगी है लेकिन पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह और पार्लियामेंट्री बोर्ड के चेयरमैन उपेंद्र कुशवाहा को इनमें जगह नहीं दी गई है. इससे पहले जब 31 जुलाई को आरसीपी सिंह की जगह नीतीश कुमार ने ललन सिंह को पार्टी का राष्ट्रीय अध्यक्ष बनाया था, उस दिन पटना के जेडीयू दफ्तर पर लगे बधाई के पोस्टर से आरसीपी की तस्वीर गायब थी. उस पोस्टर के बाद से ही जेडीयू में आंतरिक सियासत के गर्म होने की आशंका जताई जाने लगी थी.
बिहार जेडीयू अध्यक्ष ने दी सफाई
आरसीपी सिंह के स्वागत में लगे पोस्टर से ललन सिंह और उपेंद्र कुशवाहा की तस्वीर गायब होने को लेकर पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष उमेश कुशवाहा ने सफाई दी है. उमेश कुशवाहा ने कहा है कि ये अभी तक मेरे संज्ञान में नहीं आया है. अगर पार्टी के पदाधिकारियों ने पोस्टर लगाते वक्त प्रोटोकॉल का ध्यान नहीं रखा है तो उनके खिलाफ कार्रवाई करेंगे. उन्होंने जोर देकर कहा कि पार्टी में किसी तरह की गुटबाजी नहीं है और सब लोग एकजुट हैं. इस पोस्टर को लेकर विवाद के बीच ललन सिंह ने उपेंद्र कुशवाहा से मुलाकात भी की.
ललन सिंह की उपेंद्र कुशवाहा से लंबी मुलाकात
उपेंद्र कुशवाहा के साथ ललन सिंह की मुलाकात लंबी चली. उपेंद्र कुशवाहा से मुलाकात के बाद ललन सिंह ने कहा कि हमारा संबंध काफी पुराना है. हमारी मुलाकात होती रहती है. जब ललन सिंह से पूछा गया कि उन दोनों का साथ कई लोगों को रास नहीं आ रहा है तो जवाब में ललन सिंह ने कहा कि अगर किसी की छाती पर सांप लोट रहा है तो हम क्या करें. वहीं, राष्ट्रीय अध्यक्ष से मुलाकात को लेकर उपेंद्र कुशवाहा ने कहा कि इस मुलाकात के कोई और मायने नहीं निकाले जाने चाहिए. ये मुलाकात पार्टी को मजबूत करने को लेकर थी. उन्होंने कहा कि हम जेडीयू को बिहार की नंबर वन पार्टी बनाना चाहते हैं.