जोकीहाट विधानसभा उपचुनाव में आरजेडी के हाथों मिली करारी हार के बाद जदयू में अब मंथन और हार की वजह को तलाशने का दौर शुरू हो गया है. ऐसे में पार्टी की तरफ से एक बयान आया है. इसमें देश पर बढ़ते पेट्रोल और डीजल की कीमतों को भी जोकीहाट उपचुनाव में हार का सबसे महत्वपूर्ण कारण बताया गया है.
'आजतक' से बातचीत करते हुए जदयू प्रवक्ता राजीव रंजन ने कहा कि पिछले कुछ हफ्तों में जिस तरीके से पेट्रोल और डीजल की कीमतों में बेतहाशा वृद्धि हुई है, इसका खामियाजा पार्टी को जोकीहाट विधानसभा उपचुनाव में उठाना पड़ा. राजीव रंजन ने कहा कि पेट्रोल और डीजल की बढ़ती कीमतों की वजह से किसानों को सबसे ज्यादा नुकसान पहुंचा है.
उन्होंने कहा कि डीजल की कीमतें बढ़ने से किसान परेशान हैं, जिसकी वजह से महंगाई भी बढ़ी है. राजीव रंजन ने कहा कि अंतर्राष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमत में गिरावट देखने को मिली है. मगर इसका फायदा देश के आम आदमी तक नहीं पहुंच रहा है. इसकी वजह से बीजेपी और उसके सहयोगी दलों को चुनावी हार का सामना करना पड़ता है.
राजीव रंजन ने इस बात की भी आशंका जताई कि आने वाले दिनों में पेट्रोल और डीजल की कीमत 100 रुपये प्रति लीटर के पार हो सकती है. अगर ऐसा होता है तो 2019 लोकसभा चुनाव में भी एनडीए को इसका नुकसान उठाना पड़ सकता है. राजीव रंजन ने केंद्र सरकार से अपील की कि वह पेट्रोल और डीजल की कीमतों को जल्द से जल्द कम करने के उपाय करें.
उन्होंने कहा कि NDA में बीजेपी को सबसे बड़े दल होने के नाते उसे सहयोगी दलों के साथ बेहतर सामंजस्य स्थापित करना चाहिए लेकिन पिछले कुछ दिनों से ऐसा देखने को नहीं मिल रहा है. सहयोगी दलों के बीच असमंजस की कमी की वजह से बीजेपी और सहयोगी दलों को चुनावी हार का सामना करना पड़ रहा है. साथ ही उन्होंने कहा कि 2019 लोकसभा चुनाव से पहले बीजेपी को सभी सहयोगी दलों के साथ बेहतर तालमेल बैठाने की जरूरत है.