केंद्रीय मंत्रिमंडल से इस्तीफा देने के बाद पीएम मोदी को राष्ट्रधर्म का पालन करने वाला ट्वीट कर चर्चा में आए आरसीपी सिंह को लेकर बिहार में सियासी बवाल जारी है. बिहार जदयू के वरिष्ठ नेताओं सहित बिहार बीजेपी के कई नेता आरसीपी के भविष्य को लेकर सियासी बयानबाजी कर रहे हैं. ताजा मामला जदयू के वरिष्ठ नेता विजेंद्र यादव के दिये बयान का है, जिसमें उन्होंने आरसीपी के भविष्य को लेकर सियासी बयानबाजी की है. जदयू नेता ने कहा है कि जदयू में मंत्री पद से हटने के बाद उन्हें क्या जिम्मेदारी दी जाएगी. ये पार्टी तय करेंगी, लेकिन इसके साथ उन्होंने जोड़ा कि आरसीपी सिंह पार्टी के मेंबर के रूप में हैं उन्होंने पार्टी नहीं छोड़ी है. उनको क्या काम दिया जाएगा यह अलग विषय है.
विजेंद्र यादव ने कहा कि आरसीपी सिंह अभी पार्टी में हैं. उन्हें क्या जिम्मेदारी दी जाएगी, यह राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह तय करेंगे. वहीं आरसीपी के उस बयान से की मैं किसी का हनुमान नहीं हूं, उसपर तंज कसते हुए विजेंद्र यादव ने कहा कि उनका नाम उनके माता-पिता ने रखा है और उसमें बदलाव करने का अधिकार सिर्फ उन्हीं को है. इधर जदयू नेता और मंत्री मदन सहनी ने कहा कि पार्टी में राष्ट्रीय अध्यक्ष से लेकर हर सदस्यों का महत्वपूर्ण स्थान होता है. आरसीपी सिंह को जो जिम्मेदारी दी जाएगी उसे निभाएंगे. आरसीपी सिंह भी कह चुके हैं कि पार्टी जो जिम्मेदारी देगी वह निभाएंगे.
पार्टी तय करेगी जिम्मेदारी: सम्राट चौधरी
आरसीपी के मामले पर बिहार के बीजेपी नेता भी मुखर होकर बोल रहे हैं. आरसीपी सिंह पर मंत्री ममने कहा कि बिहार में गठबंधन की सरकार है इसमें बहुत लोगों को काम मिलता है बहुत लोगों को नहीं मिलता है. हर नेता के लिए पार्टी को तय करना है कि किसको क्या जिम्मेदारी देनी है. जदयू ने जो तय किया है उसमें बीजेपी का कोई हस्तक्षेप नहीं होगा. जदयू के मंत्रिमंडल में शामिल होने पर मंत्री सम्राट चौधरी ने कहा कि सीएम नीतीश और पीएम मोदी को तय करना है. यह विशेषाधिकार उनका है वही लोग इसे तय कर सकते हैं.