रविवार को जनता दल यूनाइटेड विधायक गोपाल मंडल को भागलपुर में ग्रामीणों ने बंधक बना लिया था. ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि गोपाल मंडल 20 एकड़ की जमीन को कब्जा करने के लिए पहुंचे थे. इस घटना को लेकर सोमवार को गोपाल मंडल से जब पत्रकारों ने सवाल पूछा तो उन्होंने विवादित बयान दिया.
जेडीयू विधायक गोपाल मंडल ने कहा, 'गोपाल मंडल अगर बंधक हुआ तो समझो मर गया, हमसे ज्यादा लाठीबाज गांव वाले नहीं थे, बनिया सब मेरे सामने टिकेगा? एक बार हम लाठी पकड़ लेंगे तो कितने आदमी को झाड़ देंगे, लड़ाकू आदमी तो हम हैं ही, हमारे पास तो हमेशा रिवाल्वर रहता ही है, जरूरत पड़ेगा तो ठोक देंगे.'
जेडीयू विधायक गोपाल मंडल ने कहा, 'मौके पर क्या होता है यह हम क्या बताएं, हो सकता है आक्रोश में हम ही उन लोगों को मार देते, वह जमीन हम 9 महीना पहले खरीदे थे और वहां पर स्कूल बनाना चाहते थे मगर वहां पर ग्रामीणों ने अपना निर्माण कर लिया है. विधानसभा 24 तारीख को खत्म हो रहा है जिसके बाद हमने उनसे कहा है कि हम आएंगे और वह सब अपना जमीन का कागज दिखाने को तैयार रहें.'
जेडीयू विधायक गोपाल मंडल ने कहा, 'अगर जमीन का टुकड़ा मेरे नाम पर निकलेगा तो हम बुलडोजर मंगा कर उनका घर तोड़ देंगे. हम तो आदमी को तोड़ देंगे, जमीन क्या है ? अगर जमीन गांव वालों का निकलेगा तो हम हाथ जोड़कर वहां से चले जाएंगे. हमको जमीन तब नहीं चाहिए.'
क्या है पूरा मामला
भागलपुर जिले के गोपालपुर से जनता दल यूनाइटेड (जेडीयू) के विधायक गोपाल मंडल को रविवार को 20 एकड़ की जमीन पर हथियार और लाठी डंडे के साथ कब्जा जमाने के लिए पहुंचना उस वक्त महंगा पड़ गया, जब आक्रोशित ग्रामीणों ने उन्हें कुछ समय के लिए बंधक बना लिया.
इस घटना की जानकारी जैसे ही पुलिस को मिली वह मौके पर पहुंची थी और किसी तरीके से आक्रोशित जनता को शांत कराकर विधायक को ग्रामीणों के चुंगल से मुक्त कराया. अपने साथ हुए इस घटना को लेकर गोपाल मंडल ने सोमवार को कहा कि उन्हें मुर्दाबाद और जिंदाबाद के नारे से कोई फर्क नहीं पड़ता है क्योंकि वह तो हमेशा जिंदा ही रहेंगे.