बिहार में चुनाव खत्म होने के बाद नीतीश कुमार की अगुवाई में एनडीए की सरकार बन गई है. अब आज से विधानसभा का सत्र शुरू होने जा रहा है, लेकिन उससे पहले ही सरकार और विपक्ष में आर-पार की जंग छिड़ी हुई है. शुरू में ही नई सरकार के मंत्री मेवालाल चौधरी ने अपने पद से इस्तीफा दिया, जिसके बाद राजद लगातार JDU को घेर रही थी. अब जदयू की ओर से तेजस्वी यादव पर पलटवार किया गया है.
जदयू नेता नीरज कुमार ने ट्विटर के जरिए राजद नेता तेजस्वी यादव पर तंज कसा है और बताया है कि तेजस्वी यादव विधानसभा में किस तरह बतौर विधायक शपथ लेंगे. इस दौरान जदयू नेता ने राजद प्रमुख लालू प्रसाद यादव के भ्रष्टाचार के मामले, जंगलराज समेत अन्य मसलों को लेकर निशाना साधा है.
जदयू एमएलसी नीरज कुमार ने ट्वीट कर 3 तरीकों के बारे में लिखा और कहा कि तेजस्वी यादव विधानसभा में नवनिर्वाचित विधायक के तौर पर कुछ इस तरीके से शपथ लेंगे. नीरज कुमार ने लिखा, “मैं तेजस्वी यादव शपथ लेता हूं कि मेरे पिता कैदी नंबर 3351 लालू प्रसाद यादव ने गरीब, मजलूम और दलित, पिछड़े, सवर्ण और अल्पसंख्यकों के संपत्तियों को हड़पने का जो हथकंडा विरासत में सौंपा है उसे अक्षरश: पालन करने का शपथ और प्रतिज्ञान लेता हूं”.
दागी @yadavtejashwi का शपथ...
मैं @yadavtejashwi शपथ लेता हूँ कि मेरे पिता कैदी नंबर 3351 @laluprasadrjd ने गरीब-मजलूमों, दलित, पिछड़े, सवर्णों और अल्पसंख्यकों के संपत्तियों को हड़पने का जो हथकंडा विरासत में सौंपा है, उसे अक्षरशः पालन करने का शपथ और प्रतिज्ञान लेता हूँ। pic.twitter.com/cAXqYK8Z0A
— Neeraj kumar (@neerajkumarmlc) November 23, 2020
इसके अलावा जदयू नेता ने लिखा कि “मैं तेजस्वी यादव 208, कॉटिल्या नगर एमपी - एमएलए कॉलोनी, पटना पिता लालू प्रसाद कैदी नंबर दी 3351 अस्थाई पता होटवार जेल, रांची शपथ लेता हूं कि अपने पिता के पद चिन्हों का पालन कर भ्रष्टाचार के कुकर्म तथा संपत्ति संग्रहण में यथावत लिप्त रहूंगा”.
तंज कसते हुए तीसरा तरीका बताते हुए नीरज कुमार ने लिखा “मैं तेजस्वी यादव नरसंहार के राजनीतिक व्यापारी का पुत्र शपथ लेता हूं कि ध्यानाकर्षण के माध्यम से सदन को इस बात से अवगत करता रहूंगा कि युवाओं के हाथ बंदूक थमा कर किस तरह मेरे पिता कैदी नंबर 3351 ने फिरौती के लिए अपहरण उद्योग के रूप में रोजगार सृजन किया था”.
बता दें कि नीतीश सरकार में शिक्षा मंत्री बने मेवालाल चौधरी पर भ्रष्टाचार के आरोप लगे थे, जिसके बाद उन्होंने पद से इस्तीफा दे दिया था. इसी मसले पर जदयू और राजद में जुबानी जंग छिड़ी हुई है.