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बिहार: प्रशांत किशोर की टीम में शामिल होने के लिए पहुंचे 250 युवा

प्रशांत किशोर अब पूरी तरीके से एक्शन में आ गए हैं. उनकी नजर 2019 की लोकसभा चुनाव पर है. उन्होंने रविवार को बिहार के 1000 से भी ज्यादा युवाओं को इंटरव्यू के लिए पटना बुलाया.

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इंटरव्यू के लिए पहुंचे युवा (फोटो- रोहित कुमार सिंह)
इंटरव्यू के लिए पहुंचे युवा (फोटो- रोहित कुमार सिंह)

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जनता दल(यू) के उपाध्यक्ष बनने के बाद राजनीतिक रणनीतिकार प्रशांत किशोर अब पूरी तरीके से एक्शन में आ गए हैं. प्रशांत किशोर की नजर 2019 की लोकसभा चुनाव पर हैं और इसी को देखते हुए पार्टी का विस्तार और उसे मजबूत बनाने के लिए उन्होंने रविवार को बिहार के 1000 से भी ज्यादा युवाओं को इंटरव्यू के लिए पटना बुलाया. हालांकि, इस बैठक के लिए तकरीबन 250 लोग ही पहुंचे.

इन सभी नौजवानों को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के आवास 7, सर्कुलर रोड में बुलाया गया था जहां पर फिलहाल प्रशांत किशोर रहते हैं और पार्टी का काम देखते हैं. गौरतलब है, टीम प्रशांत किशोर में शामिल होने के लिए पिछले कई दिनों से सोशल मीडिया जैसे फेसबुक, ट्विटर और व्हाट्सएप के जरिए बिहार के युवाओं को एक फॉर्म भरने के लिए कहा जा रहा था.

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इस फॉर्म में उम्मीदवार को अपना नाम, पिता का नाम, मोबाइल नंबर, पेशा, संसदीय क्षेत्र, विधानसभा क्षेत्र, ग्राम पंचायत और वोटर कार्ड नंबर जैसी जानकारी मांगी गई थी.

सबसे महत्वपूर्ण बात जो प्रशांत किशोर ने इन उम्मीदवारों से जानी चाहिए थी वह यह है कि वह सोशल मीडिया पर कितने सक्रिय है. फॉर्म में उम्मीदवारों से पूछा गया था कि फेसबुक पर उनके कितने मित्र हैं?

दिन में करीब 12 बजे 7 सर्कुलर रोड बंगले पर युवाओं का जुटान शुरू हुआ और एक-एक करके सभी उम्मीदवारों को अंदर भेजा गया. दिलचस्प बात यह है कि प्रशांत किशोर की इंडियन पॉलीटिकल एक्शन कमिटी (IPAC) नाम की संस्था इस दौरान नीतीश कुमार के आवास पर काफी सक्रिय दिख रही थी.

इस संस्था के लोग इंटरव्यू के लिए पहुंचे उम्मीदवारों की मदद कर रहे थे और उन्हें हर प्रकार की जानकारी से अवगत करा रहे थे. जो उम्मीदवार इस बैठक के लिए पहुंचे थे उनके नाम का मिलान आमंत्रित युवाओं के लिस्ट से किया गया जिसके बाद मुख्यमंत्री की सुरक्षा में तैनात पुलिसकर्मियों ने उनकी सुरक्षा जांच की जिसके बाद ही उन्हें बंगले के अंदर जाने दिया गया.

बंगले में घुसने से पहले सभी उम्मीदवारों को अपने मोबाइल फोन और किसी भी प्रकार के बैग या अन्य सामग्री को बाहर ही छोड़ देने के लिए कहा गया. सभी उम्मीदवारों को अपनी पहचान बताने के लिए वोटर आई कार्ड, आधार कार्ड या ड्राइविंग लाइसेंस साथ लाने के लिए भी कहा गया था.

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जेडीयू में नंबर-2 बनने के बाद प्रशांत किशोर की यह पहली बैठक थी जहां पर उन्होंने युवाओं को पार्टी से जोड़ने की कोशिश की. बताया जा रहा है कि आने वाले हफ्तों में प्रशांत किशोर पार्टी के अन्य नेताओं के साथ भी लगातार बैठक करेंगे और 2019 लोकसभा चुनाव में पार्टी की जीत सुनिश्चित करने का गुरु मंत्र देंगे.

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