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जेडीयू के अंदर घमासान, मांझी समर्थक सात मंत्रियों को पार्टी से निकाला

बिहार में सत्ता के लिए सियासी घमासान अपने चरम पर है. जेडीयू के अंदर मची खलबली के बीच मंगलवार को पार्टी ने मांझी समर्थक 7 मंत्रियों को दल से बाहर निकाल दिया है. निकाले जाने का फैसला पार्टी अध्यक्ष शरद यादव ने किया है.

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शरद यादव की फाइल फोटो
शरद यादव की फाइल फोटो

बिहार में सत्ता के लिए सियासी घमासान अपने चरम पर है. जेडीयू के अंदर मची खलबली के बीच मंगलवार को पार्टी ने मांझी समर्थक 7 मंत्रियों को दल से बाहर निकाल दिया है. निकाले जाने का फैसला पार्टी अध्यक्ष शरद यादव ने किया है.

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जानकारी के मुताबिक, पार्टी ने नरेंद्र सिंह, वृषण पटेल, महाचंद्र सिंह, सम्राट चौधरी, भीम सिंह, नीतीश मिश्रा और शाहिद अली खान को पार्टी से निकाल दिया है. इस बारे में बात करते हुए शरद यादव ने कहा, 'जांच की गई. ये लोग हमें नहीं बल्कि‍ बिहार की जनता को तबाह कर रहे हैं. बीजेपी भी इन लोगों को नहीं जोड़ रही है.'

दिलचस्प यह है कि 20 फरवरी को मांझी के बहुमत साबित करने की तारीख है, वहीं उससे ठीक पहले पार्टी एक ओर निष्कासन तो दूसरी ओर नीतीश कुमार के नाम पर विधायकों को रिझाने के लिए 'डिनर डिप्लोमेसी' पर भी जमकर खर्च किया जा रहा है.

जेडीयू के एक नेता की मानें तो मंगलवार को पार्टी के वरिष्ठ नेता और विधान पार्षद विनोद कुमार सिंह की तरफ से भोज का आयोजन किया गया है. इस भोज में पार्टी विधायकों के साथ-साथ पूर्व मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और जेडीयू के प्रदेश अध्यक्ष वशिष्ठ नारायण सिंह भी शामिल होंगे. इसके बाद 18 फरवरी को जेडीयू के वरिष्ठ नेता और पूर्व मंत्री विजय कुमार चौधरी ने भी पार्टी विधायकों के लिए भोज का आयोजन किया है. चौधरी के करीबी सूत्र के मुताबिक, इस भोज के लिए दो दिन पहले से ही तैयारी चल रही हैं. भोज में शाकाहारी और मांसाहारी दोनों तरह के व्यंजन शामिल किए जाएंगे.

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भोज आयोजन का सिलसिला 19 फरवरी को भी जारी रहेगा. इस दिन पटना के 7 सर्कुलर रोड स्थित नीतीश कुमार के सरकारी आवास में भी पार्टी विधायकों के लिए भोज का आयोजन किया गया है. इस भोज में जेडीयू के विधायक और विधान पार्षदों के अलावा राष्ट्रीय जनता दल (राजद), कांग्रेस और सीपीएम के विधायक भी शामिल होंगे.

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