कार्तिक पूर्णिमा शाही स्नान के दौरान आज बिहार के विभिन्न जिलों में तकरीबन 15 लोगों की नदी में डूबकर मौत हो गई. आज सुबह से ही गंगा समेत विभिन्न नदियों में श्रद्धालु शाही स्नान करने के लिए पहुंचे थे. स्नान के दौरान तकरीबन 15 लोगों की अलग-अलग जिलों में डूबने से मौत हो गई.
जिन जिलों से लोगों के डूब के मरने की खबर आई है उनमें मोतिहारी, मुजफ्फरपुर, मुंगेर, पटना, नवादा नालंदा, सीतामढ़ी और आरा शामिल हैं. पटना के मनेर और बाढ़ में गंगा में डूबने की वजह से चार लोगों की मौत हो गई.
दूसरी तरफ आरा में गंगा नदी पर स्नान के बाद मुंडन करा कर लौट रहे सवारी गाड़ी सड़क किनारे गड्ढे में पलट गई. इस दुर्घटना में 2 महिला समेत तीन लोगों की मौत हो गई और आधा दर्जन से भी ज्यादा लोग घायल हो गए. इस सड़क दुर्घटना में घायल हुए 2 लोगों की हालत नाजुक है और उन्हें बेहतर चिकित्सा के लिए पटना रेफर कर दिया गया है.
घोंघा चुनने के चक्कर में डूब गए 4 लोग
इन हादसों से 2 दिन पहले बेगूसराय में रविवार को अलग-अलग घटनाओं में डूबने से 8 लोगों की मौत हो गई. पहली घटना गढ़पुरा थाना क्षेत्र के हरखपूरा सहरा चौर की है, जहां पर घोंघा चुनने के लिए गए एक ही गांव के 4 लोगों की पानी में डूबकर मौत हो गई. जबकि एक व्यक्ति की हालत अब भी गंभीर बनी हुई है.
जबकि दूसरी घटना भगवानपुर थाना क्षेत्र के मानोपुर की है, जहां लकी कुमार, गुड़िया खातून और रेहाना खातून की नहाने के दौरान बलान नदी में डूबने से मौत हो गई. ये सभी लोग बलान नदी में नहाने के लिए गए थे. इस दौरान ये सभी गहरे पानी में चले गए और डूब गए. इसमें सभी तीनों लोगों की मौत हो गई.
नदी में डूबने की तीसरी घटना भगवानपुर थाना क्षेत्र के दामोदरपुर गांव में घटी, जहां ससुराल आए युवक संतोष मलिक की नदी में डूबने से मौत हो गई. संतोष मलिक समस्तीपुर के रहने वाले थे और दामोदरपुर अपने ससुराल आए हुए थे.