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'JDU के कई विधायक हमारे संपर्क में', भाजपा विधायक नीरज कुमार का बड़ा दावा

बिहार के पूर्व मंत्री और विधायक नीरज कुमार बबलू ने बड़ा दावा किया है. नीरज कुमार ने कहा है कि नीतीश कुमार की पार्टी जेडीयू के कई विधायक भाजपा के संपर्क में हैं और वह बीजेपी के सिंबल पर चुनाव लड़ना भी चाहते हैं.

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बीजेपी विधायक नीरज कुमार बबलू बोले- कई JDU विधायक बीजेपी के संपर्क में
बीजेपी विधायक नीरज कुमार बबलू बोले- कई JDU विधायक बीजेपी के संपर्क में

अगले साल होने वाले लोकसभा चुनाव से पहले बिहार में सियासी सरगर्मियां तेज हो गई हैं. कुछ दिन पहले ही महागठबंधन में शामिल हम के मुखिया जीतनराम मांझी ने बड़ा बयान देते हुए कहा था कि अब फैसले की घड़ी आ चुकी है. वहीं अब बीजेपी विधायक और पूर्व मंत्री नीरज कुमार सिंह बबलू ने बड़ा दावा किया है. बबलू ने कहा है कि जेडीयू के कई दर्जन विधायक बीजेपी के संपर्क में हैं. उन्होंने कहा कि जेडीयू के नेताओं ने बीजेपी के चुनाव चिह्न पर चुनाव लड़ने की इच्छा जताई है.

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जेडीयू डूबता जहाज

नीरज कुमार ने कहा, 'जेडीयू अब डूबता हुआ जहाज है, जिस पर अब कोई सवारी करना नहीं चाहता है. ' नीरज कुमार के इस दावे के बाद सियासी हलचल तेज हो गई है. नीरज कुमार ने कहा, '30 अप्रैल को पीएम मोदी को 'मन की बात' कार्यक्रम में नया रिकॉर्ड बनेगा. बिहार के सभी विधानसभा क्षेत्र में 100 बूथों पर 'मन की बात' का 500वां एपिसोड सुना जायेगा.'

इससे पहले मंगलवार को ही उन्होने सीएम नीतीश कुमार पर हमला करते हुए कहा था कि वो कहीं मठ बनाकर राम- राम जपें. नीरज बबलू ने कहा कि नीतीश कुमार का इकबाल खत्म हो चुका है और राज्य की कानून व्यवस्था भगवान भरोसे है जो उनसे नहीं संभल रही है.

कौन हैं नीरज सिंह

नीरज कुमार सिंह दिवंगत अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत के चचेरे भाई हैं, जिनका जून 2020 में निधन हो गया था. उन्होंने अपने राजनीति जीवन की शुरुआत जनता दल (यूनाइटेड) के साथ की थी, जब 2005 में सुपौल जिले के राघोपुर निर्वाचन क्षेत्र से पहली बार बिहार विधानसभा पहुंचे. परिसीमन के बाद वह 2010 में वह छातापुर विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र विधायक बने और फिर उन्होंने जेडीयू का दामन छोड़कर भाजपा का दामन थाम लिया. 2015 और 2020 में वह भाजपा के टिकट पर चुनाव जीतकर विधानसभा पहुंचे.

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मांझी ने दिया था बड़ा बयान

इससे पहले पटना में अपनी पार्टी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक को संबोधित करते हुए HAM के मुखिया जीतनराम मांझी ने कहा था, 'हम गठबंधन में हैं, दवाब हम पर बहुत है, चाहे वो इस गठबंधन में रहे या उसमें... स्पष्टता हमारी कमजोरी रही है. इसलिए मैं कहता हूं... दवाब इस कदर कि आप मेरे साथ चले आइए, मेरे साथ चले आइए हो रही है. हम लोगों को निर्णय़ लेना होगा.. एक फैसले की घड़ी आ चुकी है कि हम लोगों को कि क्या करना है.. हमारा एक-एक वोटर चाहता है कि हम किसी भी पार्टी के साथ विलय ना करें, और और ना ही हम करेंगे.' 

 

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