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देश भर में कोरोना ने तबाही मचाई हुई है. इसी बीच बिहार के अस्पतालों में खाली पड़े हजारों पदों को भरने के लिए पारा मेडिकल छात्र संघ ने मुख्यमंत्री नीतिश कुमार को पत्र लिखकर अस्पतालों में खाली पड़े पदों को भरने के लिए कहा है. मुख्यमंत्री को लिखे पत्र में मेडिकल छात्र संघ बिहार के प्रदेश अध्यक्ष भारत भूषण ने राज्य सरकार से गुजारिश की है कि कोरोना महामारी से बिहार को बचाने के लिए पैरामेडिकल कर्मियों के लंबित पदों को भरा जाएगा. नियमित नियुक्ति के लिए जल्द विज्ञापन का प्रकाशन करें, क्योंकि कोरोना महामारी एक विकराल रूप धारण कर चुकी है.
अधिकतर मरीजों को वेंटिलेटर की जरूरत पड़ रही है और राज्य सरकार के पास वेंटिलेटर चलाने के लिए टेक्नीशियन नहीं है. जबकि बिहार के सभी मेडिकल कॉलेजों पीएमसीएच, जेएलएनएमसीएच, डीएमसीएच, एनएमसीएच आदि सभी चिकित्सा संस्थानों में पैरामेडिकल के ओटी असिस्टेंट/तकनीशियन कोर्स की पढ़ाई बीते कई दशक से हो रही है. जिसमें हजारों छात्र प्रशिक्षण प्राप्त कर बेरोजगारी का दंश झेल रहे हैं.
यह सभी छात्र वेंटीलेटर चलाने में सक्षम हैं, उन्होंने विशेषज्ञों के संरक्षण में प्रशिक्षण प्राप्त किए हैं. जबकि ओटी असिस्टेंट, ओटी टेक्निशियन की नियमित नियुक्ति के 1096 पदों पर कई वर्षों से नियुक्ति अटकी हुई है, जो अभी तक प्रकाशित नहीं हुई है. साथ ही कई वर्षों से लंबित नियमित नियुक्तियों में लैब टेक्नीशियन के 1772, x-ray टेक्निशियन के 803, ड्रेसर 1398, सैनिटरी इंस्पेक्टर के 236 पद, और आदि पदों पर नियुक्ति कई वर्षो से अटकी हुई है. जिसके लिए राज्य सरकार जल्द से जल्द विज्ञापन प्रकाशित करें.
साथ ही यदि राज्य सरकार उचित पारिश्रमिक राशि एवं सभी पैरामेडिकल छात्रों का 50 लाख का स्वास्थ्य बीमा की गारंटी दे तो तत्काल वेंटिलेटर चलाने के लिए पारा मेडिकल छात्र राज्य सरकार को ओटी असिस्टेंट, ओटी टेक्निशियन उपलब्ध कराएगी.