बिहार (Bihar) सरकार के मंत्री सम्राट चौधरी (Samrat Chaudhary) के एक बयान पर बवाल मच गया है. मंत्री सम्राट चौधरी ने कहा था कि गांव- गांव श्मशान घाट बनवाएंगे. विपक्ष ने इस मुद्दे को लेकर सम्राट चौधरी पर हमला बोला है. विपक्ष का कहना है कि लोगों को अस्पताल और स्कूल की जरूरत है लेकिन ये लोग श्मशान की राजनीति कर रहे हैं.
बिहार सरकार में मंत्री सम्राट चौधरी ने कहा है कि अगर 2015 में बीजेपी की हार न होती तो 2020 में उन्हें किसी गठबंधन में जाने और किसी दूसरे का नेतृत्व स्वीकार नहीं करना पड़ता. सम्राट चौधरी बिहार बीजेपी के नेता हैं.
सम्राट चौधरी के इस बयान पर भी आरजेडी ने तंज कसा है. RJD विधायक मुकेश रौशन ने कहा कि जो सही होता है वो जुबान पर आ ही जाता है. बीजेपी की तैयारी है जेडीयू से अलग होने की और हम सम्राट चौधरी का धन्यवाद करते हैं कि उन्होंने सच को स्वीकार किया.
सभी गांवों में श्मशान घाट बनवाने के सम्राट चौधरी के बयान पर मुकेश रौशन ने कहा कि लोगों को अस्पताल और स्कूल की जरूरत है लेकिन ये लोग श्मशान के नाम पर राजनीति कर रहे हैं.
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वहीं, सम्राट चौधरी के बयान पर कांग्रेस नेता प्रेमचंद्र मिश्रा ने पलटवार करते हुए कहा कि ये नीतीश कुमार के लिए राजनीतिक त्रासदी है कि उनके कैबिनेट के मंत्री कह रहे हैं कि वो मजबूरी में सरकार में हैं. बीजेपी-जेडीयू भले साथ में हों लेकिन सत्ता की मलाई खाने के लिए दोनों के बीच आंतरिक टकराव चल रहा है. नीतीश कुमार को हटाकर बीजेपी अपना मुख्यमंत्री बनाना चाहती है और ये उसका प्रकटीकरण है. ये सरकार ज्यादा दिनों की मेहमान नहीं है, बिहार में कभी भी मध्यावधि चुनाव हो सकते हैं.
सम्राट चौधरी के श्मशान वाले बयान पर प्रेमचंद्र मिश्रा ने कहा कि 16 साल सत्ता में रहने के बाद जो सरकार स्कूल-कॉलेज न खोल पाए, उसके मंत्री तो श्मशान ही बनाएंगे न. दूसरी लहर के दौरान हमने क्या कुछ नहीं देखा, तो जाहिर तौर पर ये श्मशान ही बनाएंगे, ये इस सरकार की प्राथमिकता है.