जम्मू-कश्मीर के श्रीनगर में सीआरपीएफ कैंप पर आतंकी हमले में शहीद हुए जवानों की शहादत पर पूरा देश गमगीन है, लेकिन बिहार की नीतीश सरकार के मंत्रियों के पास न तो इन शहीदों के जनाजे में शामिल होने का समय है और न ही इनको श्रद्धांजलि देने का. उनके लिए शहीद के जनाजे में शामिल होने से ज्यादा वेलेंटाइन डे मनाना अहम है.
बुधवार को बिहार के भोजपुर के जांबाज जवान मुजाहिद खान को उनके पैतृक गांव में सुपुर्द-ए-खाक कर दिया गया. इससे पहले जब उनका पार्थिव शरीर उनके पैतृक गांव पीरो पहुंचा, तो जनसैलाब उन्हें श्रद्धांजलि देने के लिए उमड़ पड़ा. मगर शर्मनाक बात यह रही कि शहीद जवान को श्रद्धांजलि देने के लिए बिहार सरकार का कोई भी मंत्री उनके घर नहीं पहुंचा.
बिहार सरकार की इस संवेदनहीनता की तस्वीरें तब सामने आईं, जब भोजपुर जिले के प्रभारी मंत्री और खनन मंत्री विनोद सिंह इस मौके पर अपने जिले (भोजपुर) में मौजूद नहीं रहे. इस दौरान वो कटिहार स्थित घर पर पत्नी के साथ वेलेंटाइंस डे मना रहे थे. विनोद सिंह कटिहार के प्राणपुर से विधायक हैं और नीतीश सरकार में खनन मंत्री हैं.
विनोद सिंह की अपनी पत्नी निशा सिंह के साथ वेलेंटाइन डे मनाते हुए कुछ तस्वीरें वायरल हो गई हैं, जिसमें वो पत्नी के साथ मुस्कुराते हुए खड़े हैं और उनके हाथ में गुलाब का फूल है. मंत्री जी की तस्वीरें वायरल होने पर विवाद खड़ा हो गया.
वहीं, विवाद बढ़ता देख विनोद सिंह ने अपनी दलीलें भी पेश की. उन्होंने सफाई देते हुए कहा कि वो कटिहार में अपने घर पर शिवरात्रि की पूजा करने के लिए आए थे, तभी उन्हें शहीद मुजाहिद खान के बारे में पता चला. मंत्री ने कहा कि जैसे ही उन्हें शहीद जवान के बारे में पता चला, तो पूरे देशवासियों की तरह वो भी मर्माहत हो उठे.
उन्होंने कहा कि वो शरीर से तो कटिहार में मौजूद थे, मगर दिल से शहीद के घर पर मौजूद रहे. बुधवार को शहीद मुजाहिद खान का अंतिम संस्कार पीरो में किया गया. विनोद सिंह ने कहा कि वो कोई राजनीतिक विवाद नहीं खड़ा करना चाहते हैं और बहुत जल्द वो शहीद मुजाहिद खान के परिवार वालों से जाकर मिलेंगे. मंत्री ने कहा कि वो शहीद मुजाहिद खान को कटिहार में बैठकर ही सलामी देते हैं.