
AIMPLB के महासचिव और खानकाह रहमानी मुंगेर के सज्जाद नशीन हजरत मौलाना वली रहमानी को बिहार के मुंगेर में रविवार को अंतिम विदाई दी गई. राजकीय सम्मान के साथ उन्हें सुपुर्द ए खाक किया गया. खानकाह परिसर में ही उन्हें गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया. अंतिम विदाई में तोपों की सलामी दी गई. इस दौरान देशभर से आए लगभग दो लाख लोगों ने उनके जनाजे की नमाज अदा की.
हजरत मौलाना वली रहमानी AIMPLB के महासचिव के अलावा सह इमारत ए शरिया बिहार, झारखंड, उड़ीसा के अमीरे-ए-शरीयत भी थे. 3 मार्च को पटना के एक निजी अस्पताल में उनका निधन हो गया था. रहमानी के निधन के बाद बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने राजकीय सम्मान के साथ उनका अंतिम संस्कार किए जाने की घोषणा की.
जिसके बाद मुंगेर जिला प्रशासन राजकीय सम्मान की तैयारी में जुट गया था. शनिवार देर रात उनका पार्थिव शरीर मुंगेर खानकाह रहमानी पहुंचा. मुंगेर में उनके अंतिम दर्शन करने के लिए लोगों की भीड़ उमड़ पड़ी.
वहीं सुन्नी वफ्फ बोर्ड बिहार के चेयरमैन इर्शादुल्ला ने बताया कि वली रहमानी के निधन से मुस्लिम समाज में शोक की लहर है. उन्होंने कहा की वली रहमानी साहब इंसानियत के बड़े रहनुमा थे, उनके इंतकाल के बाद उनकी गद्दी कौन संभालेगा, अमीरे सैयद की उपाधि किसे दी जाएगी, ये एक बड़ा सवाल है.
उन्होंने बताया कोरोना काल चल रहा है, इसी कोरोना की वजह से उनकी मौत हुई है. हालांकि, उन्होंने कोरोना से बचाव के लिए टीका लिया था. देशभर से करीब दो लाख लोग उनके जनाजे में शामिल होने मुंगेर खानकाह पहुंचे थे.
रिपोर्ट- गोबिंद