बिहार के मुजफ्फरपुर में बालिका गृह यौन शोषण कांड मामले पर जारी राजनीति का मैदान अब दिल्ली बनने जा रहा है. आरजेडी नेता तेजस्वी यादव इस मामले को लेकर दिल्ली के जंतर-मंतर पर शनिवार को धरना देने जा रहे हैं. इस धरने में तेजस्वी के साथ विपक्ष के कई नेता शामिल हो सकते हैं.
तेजस्वी ने ट्वीट कर कहा- 'मुजफ्फरपुर में प्रायोजित और नीतीश सरकार द्वारा संरक्षित जघन्य संस्थागत जन बलात्कार के खिलाफ हम शनिवार को जंतर-मंतर पर धरना करेंगे.' उन्होंने कहा कि वह मंच से मुजफ्फरपुर के जघन्य अपराध पर सरकार से जवाब मांगेंगे.
तेजस्वी यादव ने इस धरने को गैर राजनीतिक करार देते हुए आम लोगों से जुड़ने की अपील की है. उन्होंने कहा कि मुजफ्फरपुर में जिस तरह का कांड हुआ उससे पूरा देश शर्मसार है. देश की जनता को पीड़ित लड़कियों के न्याय के लिए पक्ष में खड़ा करेंगे.
सूत्रों की मानें तो जंतर मंतर पर होने वाले तेजस्वी के धरने में विपक्ष के कई नेताओं के शामिल होने की संभावना है. कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी, दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल, सपा प्रमुख अखिलेश यादव, बंगाल की सीएम ममता बनर्जी सहित तमाम विपक्षी नेता धरने में शामिल हो सकते हैं. इसके अलावा सिविल सोसायटी के तमाम प्रतिनिधी भी धरने में शामिल हो सकते हैं.RAGE AGAINST RAPE
Let us shine a light on the epidemic that is corroding our national pride
Join us at Jantar Maniar for a candlelight march in support of the Muzaffarpur rape victims.
Place - Jantar-Mantar
Date - 4th August 2018
Time - 5:30 PM#MuzaffarpurMassRape pic.twitter.com/FGrivKC73S
— Tejashwi Yadav (@yadavtejashwi) August 3, 2018
बता दें कि मुजफ्फरपुर बालिका गृह यौन शोषण कांड में 42 बच्चियों में से अब तक 34 बच्चियों के साथ बलात्कार की पुष्टि हुई है. बालिका गृह यौन शोषण मामले में आरोपी ब्रजेश ठाकुर की एक और संस्था स्वाधार में बुधवार को जांच के दौरान कई आपत्तिजनक सामान मिलने से सनसनी फैल गई.
आरोपी ब्रजेश के एनजीओ सेवा संकल्प एवं विकास समिति के तहत चलने वाली स्वाधार गृह से 11 महिलाओं के गायब होने के मामले के खिलाफ गत सोमवार को महिला थाना में मामला दर्ज हुआ था.
पुलिस और एफएसएल की टीम ने बुधवार को स्वाधार गृह का ताला तोड़कर अंदर से कई आपत्तिजनक सामान बरामद किया है. एफएसएल की टीम के द्वारा स्वाधार गृह से इस्तेमाल किए और पैक कॉन्डम भी बरामद किया गया है. वहीं इस स्वाधार गृह परिसर से शराब की खाली बोतल भी बरामद हुई है.
मार्च 2018 में जब समाज कल्याण विभाग ने स्वाधारा संस्था का निरीक्षण किया था तब यहां 11 महिलाएं थी, लेकिन संस्था के संचालक ब्रजेश ठाकुर के गिरफ्तार होने के बाद इस संस्था पर ताला लग गया. इसमें रहने वाली महिलाएं कहां गईं इसके बारे में किसी को कुछ पता नही है.
स्वाधारा भारत सरकार के अंतर्गत चलने वाली योजना है जिसमें बेसहारा महिलाओं को सेल्फ डिपेंडेंट बनने की ट्रेनिंग दी जाती है. समाज कल्याण विभाग के सहायक निर्देशक दिवेश कुमार शर्मा ने महिला थाना में मामला दर्ज कराया था.
समाज कल्याण विभाग द्वारा गत 20 मार्च को स्वाधार गृह का निरीक्षण किया गया था. इस दौरान वहां 11 महिलाएं और उनके साथ चार बच्चियां रहती थीं. वहीं जब 9 जून को जिला निरीक्षण कमिटी द्वारा पुनः स्वाधार गृह का निरीक्षण किया गया तो वहां ताला जड़ा मिला. वहां ना तो कोई कर्मी मिले और ना ही वहां रहने वाली महिलाएं और बच्चों का कुछ पता चला.
इस मामले में अब तक स्वाधार गृह के कर्मियों द्वारा कोई जानकारी विभाग को उपलब्ध नहीं कराई गई है, जिसको लेकर सहायक निदेशक दिवेश कुमार शर्मा ने महिला थाना में मामला दर्ज कराया था. बहरहाल स्वधार गृह के जांच में आपत्तिजनक सामान बरामद होते पुलिस के वरीय पदाधिकारी भी स्वाधार गृह पहुंच कर जांच कर रहे है.