scorecardresearch
 

नीतीश सरकार की नई सड़क योजना, पटना से किसी भी गांव में केवल छह घंटे में पहुंचेंगे लोग

कभी सड़कों के लिए तरसते बिहार के लोगों को अब वहां की सड़कों के बारे में दूसरे प्रदेश के लोगों को बताते सुनना आम हो गया है. इसी क्रम में अब बिहार सरकार की राजधानी पटना से किसी भी गांव में महज छह घंटे में पहुंचने वाली सड़कों के निर्माण की योजना है.

Advertisement
X
नीतीश कुमार
नीतीश कुमार

कभी सड़कों के लिए तरसते बिहार के लोगों को अब वहां की सड़कों के बारे में दूसरे प्रदेश के लोगों को बताते सुनना आम हो गया है. इसी क्रम में अब बिहार सरकार की राजधानी पटना से किसी भी गांव में महज छह घंटे में पहुंचने वाली सड़कों के निर्माण की योजना है. बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि राजधानी पटना से अन्य जिला मुख्यालयों में छह घंटे के भीतर पहुंचने के लिए सड़क निर्माण के लक्ष्य को प्राप्त करने के बाद अब उनकी सरकार की पटना से किसी भी गांवों में छह घंटे के भीतर पहुंचने वाली गुणवत्ता वाली सड़क के निर्माण की योजना है.

Advertisement

प्रदेश में 2,277 करोड़ रुपये के राज्य उच्चपथ और पुलों के निर्माण की विभिन्न योजनाओं के शिलान्यास समारोह को संबोधित करते हुए नीतीश ने कहा कि हमारा अगला लक्ष्य पटना से किसी भी गांवों में छह घंटे के भीतर पहुंचने वाली सड़क के निर्माण का है. मुख्यमंत्री ने कहा कि वर्ष 2005 में सत्ता संभालने के बाद अगले वर्ष ही उन्होंने राज्य में गुणवत्ता वाली सड़कें बनाने का लक्ष्य निर्धारित किया था ताकि प्रदेश के किसी भी जिले से राजधानी पटना पहुंचने में छह घंटे से अधिक का समय नहीं लगे. इस लक्ष्य को हमने प्राप्त कर लिया है. अब समय को भी घटाना चाहते हैं. उन्होंने पिछली राजद शासन काल पर कटाक्ष करते हुए कहा कि एक समय था जब लोग यह कहा करते थे कि सड़क में गड्ढा है या गड्ढा में सड़क यह समझ नहीं आता है.

Advertisement

नीतीश ने कहा कि पड़ोसी राज्यों उत्तर प्रदेश और झारखंड से सोते हुए कोई यात्री आता था और झटके से अगर नींद खुल गयी तो समझता था कि बिहार की सीमा में आ गए हैं. उन्होंने कहा कि हमने राज्य उच्चपथ, जिला रोड को तो बनायी. साथ ही 997 करोड़ रुपये की लागत से राज्य बजट से राष्ट्रीय राजमार्गों को भी मरम्मत करायी, जो राशि अभी तक केंद्र से नहीं मिला है और इसे हम हासिल किये बिना नहीं छोड़ेंगे.

नीतीश ने कहा कि उनसे मिलने आए मधुबनी जिले के कुछ लोगों ने बताया कि जब वे तिरुपति एवं बालाजी जा रहे थे तो सड़क के बारे में बातचीत कर रहे थे. गाड़ी के चालक ने कहा कि अगर सड़क अच्छी देखना है तो बिहार चले जाइये जो इस प्रदेश के लिये गौरव की बात है. नीतीश ने कहा कि प्रदेश में मुख्यमंत्री ग्राम सड़क योजना लागू की गयी है. इस योजना के अन्तर्गत 250 तक की आबादी वाले बसावट को पक्की सड़कों से जोड़ा जायेगा. उन्होंने कहा कि सड़कों के मामले में उनकी सरकार परिणामों पर आधारित नीति बनायी है जिसके अतर्गत सड़क निर्माण करने वाली एजेंसी पथ निर्माण विभाग के सड़क का रखरखाव करेगी. नीतीश ने कहा कि आपदा के पहले अगर सड़क टूटेगी तो अलग से आवंटन दिया जाता है. सड़क के रखरखाव के लिये 76 रोड एम्बुलेंस कार्यरत रहेंगी.

Advertisement

उन्होंने कहा कि पुलों का भी रखरखाव किया जायेगा तथा पुल की निरंतर मरम्मत की जायेगी ताकि पुल की आयु बढ़े. मुख्यमंत्री ने पिछले राजद शासन काल के दौरान जहां राज्य का वार्षिक बजट चार हजार करोड़ रुपये हुआ करता था, वह अब बढकर 34 हजार करोड़ रुपये हो गया है. अगले साल योजना बजट का लक्ष्य 40 हजार करोड़ रुपये का रखा गया है. इस अवसर पर सांसद राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन सिंह एवं महेश्वर हजारी सहित कई अन्य विधायक और अन्य गणमान्य लोग उपस्थित थे.

Advertisement
Advertisement