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बिहार से पत्ता कटने के बाद सुशील मोदी को केंद्र में मिल सकती है अहम जिम्मेदारी  

बिहार के डिप्टी सीएम पद से पत्ता कटने के बाद सुशील कुमार मोदी को दिवंगत रामविलास पासवान की जगह राज्यसभा भेजकर बीजेपी उन्हें केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार में अहम जिम्मेदारी दे सकती है. माना जा रहा है कि मोदी सरकार में उन्हें महत्वपूर्ण मंत्रालय दिया जा सकता है.

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बीजेपी नेता सुशील मोदी
बीजेपी नेता सुशील मोदी
स्टोरी हाइलाइट्स
  • बिहार में 13 साल तक डिप्टी सीएम रहे सुशील मोदी
  • बिहार में नीतीश-सुशील मोदी की जोड़ी टूट गई है
  • सुशील मोदी को महत्वपूर्ण मंत्रालय देने की तैयारी

बिहार में बीजेपी की राजनीतिक के तीन दशक से धुरी बने रहे सुशील मोदी को केंद्र की राजनीति में लाने की कवायद की जा रही है. बिहार के डिप्टी सीएम पद से पत्ता कटने के बाद सुशील कुमार मोदी को दिवंगत रामविलास पासवान की जगह राज्यसभा भेजकर बीजेपी उन्हें केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार में अहम जिम्मेदारी दे सकती है. 

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बता दें कि बिहार में कैलाशपति मिश्र के बाद सुशील मोदी बीजेपी के सबसे बड़े नेता रहे. पिछले 15 साल से नीतीश और सुशील मोदी की जोड़ी ने बिहार में सुशासन की नई कहानियां लिखी, लेकिन अब न सिर्फ नीतीश और सुशील मोदी की जोड़ी टूट गई. इतना ही नहीं बीजेपी ने बिहार में सुशील मोदी की जगह नए चेहरों को जगह दी है. हालांकि, सुशील मोदी की डिप्टी सीएम की कुर्सी उन्हीं के वैश्य समाज से आने वाले तारकिशोर प्रसाद को सौंपी गई है. ऐसे में सुशील मोदी के सियासी भविष्य को लेकर सवाल खड़े होने लगे हैं. 

सुशील कुमार मोदी के बारे में कहा जाता है कि बीजेपी को बिहार में खड़ा करने का श्रेय उन्हीं को जाता है. आरजेडी प्रमुख लालू प्रसाद यादव के खिलाफ सड़क से लेकर सदन तक आवाज उठाने वाले सुशील मोदी एकलौते चेहरा थे. लालू के खिलाफ मोर्चा खोलने और उनके भ्रष्टाचार के मामले को उजागर करने वाले सुशील मोदी ही थे. नीतीश कुमार के मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने के बाद यह सवाल उठने लगा है कि सुशील मोदी का क्या होगा? 

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जेडीयू के वरिष्ठ नेता केसी त्यागी ने कहा कि सुशील मोदी बिहार के बड़े नेता हैं. साथ ही उन्होंने यें भी कहा अरुण जेटली ने सुशील मोदी के बारे में कहा था कि जीएसटी और अर्थवयस्था के बारे में जितनी बेहतर व बारीकी तरीकी से सुशील मोदी जानते हैं उतना आज के दौर के बहुत कम ही नेता समझते होंगे. अरुण जेटली की इस बात से सुशील मोदी की राजनीतिक बौद्धिकता को समझा जा सकता है. 

वहीं, माना जा रहा है कि सुशील मोदी को अब बिहार की राजनीति से केंद्र की सियासी में लाने की तैयारी है. रामविलास पासवान के देहांत के बाद जो बिहार में एक राज्यसभा की सीट खाली हुई है, उसे अब एलजेपी को दोबारा से देना मुश्किल है. ऐसे में पासवान की सीट पर बीजेपी सुशील मोदी को राज्यसभा भेजने का फैसला कर सकती है. 

सूत्रों की माने तो जल्दी ही मोदी सरकार मंत्रिमंडल का विस्तार और फेरबदल होना है. सुशील कुमार मोदी को पीएम मोदी की कैबिनेट में वित्त मंत्रालय या वाणिज्य मंत्रालय जैसी बड़ी ज़िम्मेदारी दी जा सकती है. इससे पहले मनहोर पर्रिकर को गोवा के मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दिलाकर केंद्र में लाकर रक्षा मंत्रालय की जिम्मेदारी दी गई थी. इसलिए सुशील मोदी आने वाले समय में केंद्र सरकार में बड़े मंत्रालय में नजर आएं तो किसी को आश्चर्यचकित नहीं होना चाहिए.
 

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