बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने रविवार को जनता दल (यू) की राज्य कार्यकारिणी की बैठक में कई बड़े एलान किए. उन्होंने कहा कि अगले महीने बिहार मंत्रिमंडल का विस्तार होगा लेकिन उससे पहले आयोग, बोर्ड और निगम में जेडीयू के कार्यकर्ताओं को जगह दी जाएगी. बता दें कि आयोग, बोर्ड और निगमों के पद पिछले कई सालों से खाली हैं.
मुख्यमंत्री आवास पर हुई इस बैठक में सीएम ने कहा कि दशहरा के बाद जेडीयू कार्यकर्ताओं-नेताओं को उचित स्थान दिया जाएगा. उन्होंने कहा कि प्रखंड से लेकर जिला और राज्य स्तर पर 20 सूत्रीय कमिटी का गठन होगा. विधानसभा सीटों के अनुपात में जेडीयू और बीजेपी के कार्यकर्ताओं को कमिटी में रखा जाएगा. 20 सूत्री कमिटी यानि कार्यक्रम कार्यान्वयन कमिटियों में शामिल सभी नेताओं को सरकार की ओर से सुविधाएं दी जाएंगी. 20 सूत्री कमिटी के गठन के बाद आयोग और बोर्ड-निगम में खाली पड़े पदों को भरने का दौर शुरू होगा.
उन्होंने कहा कि यहां भी जेडीयू और बीजेपी के बीच विधायकों की संख्या के आधार पर पद बांटे जाएंगे. नीतीश कुमार ने लोकसभा चुनाव को ध्यान में रखते हुए मंत्रिमंडल विस्तार का भी एलान कर दिया है. बता दें कि जेडीयू कोटे के मंत्रियों के कई पद खाली पड़े हैं, लेकिन नीतीश कुमार कुछ पुराने मंत्रियों को हटा भी सकते हैं.
10 साल में 10 बार हो चुका है एलान
दरअसल, नीतीश कुमार जानते हैं कि उनकी पार्टी के कार्यकर्ताओं में भारी निराशा है. अब कुर्सी की आस में कार्यकर्ताओं में जोश जगेगा. हालांकि 20 सूत्री कमिटी गठन को लेकर बिहार के सीएम पिछले 10 साल में 10 बार घोषणा कर चुके हैं. लेकिन आज तक इसका गठन नहीं हुआ. यह देखना अहम होगा कि इस बार क्या होता है.