जेडीयू में राज्यसभा चुनाव को लेकर उपजा विवाद फिलहाल थमता नहीं दिख रहा है. नीतीश कुमार ने उन नेताओं को साफ-साफ कह दिया है कि जिन्हें राज्यसभा नही भेजा गया, उन्हें लोक सभा चुनाव लड़ने का ऑफर दिया गया है पर ये ऑफर, खुला ऑफर नहीं है और पार्टी लंबे समय तक उनके जबाब का इंतजार नहीं कर सकती.
पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष वशिष्ठ नारायण सिंह ने शिवानंद तिवारी, एन.के.सिंह जैसे उन नाराज नेताओं को 48 घंटे का वक्त दिया है कि ये लोग पार्टी के ऑफर पर अपना फैसला लें नहीं तो पार्टी दूसरे उम्मीदवार के नाम का ऐलान कर देगी. साफ है जेडीयू अब नाराज नेताओं को ज्यादा तवज्जो देने के मूड में नहीं है. राज्यसभा में टिकट काटे जाने के बाद से ही शिवानंद तिवारी और एन.के.सिंह नाराज हैं. शिवानंद तिवारी तो कोपभवन में जा चुके हैं, जबकि पार्टी इन नेताओं को लोकसभा लड़ने का ऑफर कर चुकी है, जिस पर इन्होंने कोई फैसला नहीं लिया है.
उधर आज जेडीयू के सभी तीन उम्मीदवारों रामनाथ ठाकुर, कहकशां परवीन और हरिवंश ने राज्यसभा के लिए बिहार से अपना पर्चा भर दिया है. बहरहाल माना जा रहा है कि ये नेता अगर चुनाव नहीं लड़ने का फैसला करेंगे तो नीतीश के खिलाफ मोर्चा खोलेंगे. इसी को भांपते हुए जेडीयू ने एक तरह का अल्टीमेटम दे दिया है.
राज्यसभा के नामांकन के बाद पत्रकारों से बातचीत करते हुए नीतीश कुमार ने कहा कि ये ऑफर अनऐंडिग नहीं है, उन्हें फैसला लेना होगा. जबकि जेडीयू के प्रदेश अध्यक्ष वशिष्ठ नारायण सिंह ने कहा कि देखिए ज्यादा इंतजार नहीं कर सकते. लोकसभा का चुनाव है, उन्हें एक दो दिन में बताना होगा, नहीं तो दूसरे लोगों को मौका मिलेगा.