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बिहार के मंत्री ने सीएम के सामने खोली अपने विभाग की पोल

बता दें कि खाद्य मंत्री नए राशनकार्ड वितरण का शुभारंभ करने के लिए आयोजित कार्यक्रम में बोल रहे थे. कार्यक्रम का उद्धाटन मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने किया.

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नीतीश कुमार के सामने मंत्री अपने विभाग की खोली पोल
नीतीश कुमार के सामने मंत्री अपने विभाग की खोली पोल

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बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के सामने ही खाद्य आपूर्ति विभाग के मंत्री मदन सहनी ने अपने ही विभाग की पोल खोल दी. मदन सहनी ने कहा कि खाद्य की सप्लाई की गड़बड़ी रोकने में एसडीओ की बड़ी भूमिका है. लेकिन एसडीओ उनकी नहीं सुनते हैं.  एसडीओ अपनी भूमिका नहीं निभा रहे हैं.

मंत्री ने कहा कि खाद्य विभाग ने ग्रेडिंग सिस्टम बनाया और उनके परफॉरमेंस पर नंबर देने की व्यवस्था की. सहनी ने कहा कि जब ग्रेडिंग सिस्टम की समीक्षा की गई तो 20 से अधिक एसडीओ अपने काम को सही तरीके से निर्वहन नहीं करते पाए गए. अधिकांश एसडीओ को 30 से भी कम अंक मिला. सिर्फ किशनगंज के एसडीओ को 55 अंक मिला. यह चिंताजनक स्थिति है.

मंत्री ने कहा कि इस पर ध्यान देने की जरूरत है. साथ ही सप्लाई चैन पर भी ध्यान देने की जरूरत है. परिवहन पर हर साल करोड़ों  खर्च किए जा रहे हैं लेकिन परिवहन ठेकेदार कोई दूसरा ट्रिक निकाल ले रहे हैं. इसमें भी सुधार करने की जरूरत है.

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भ्रष्टाचार पर अपनी भद्द पिटते देख सीएम नीतीश ने  मंच से ही मुख्य सचिव को निर्देश दिया कि अब सभी एसडीओ का एसीआर पीडीएस से जोड़े. क्योंकि पीडीएस की सफलता में एसडीओ की बड़ी भूमिका होती है. ऐसे में अगर इनके क्षेत्र में पीडीएस सिस्टम में गड़बड़ी होगी तो अधिकारियों के वार्षिक गोपनियता रिपोर्ट में इस बात को अंकित किया जाएगा, जिससे इनका करियर खराब होगा.

मंत्री मदन सहनी को जवाब देते हुए कहा, 'मुझे खाद्य सुरक्षा कानून को लागू करने में बहुत परेशानी हुई है. मंच पर बैठे कुछ लोगों को वो परेशानी नहीं पता उनको हम खास तौर पर  बताना चाहते हैं कि यह कौन नहीं जानता कि पहले पीडीएस में क्या क्या नहीं होता था. हमने इसको ठीक किया है आगे भी करेंगे. सीएम ने कहा कि मंत्री अभी गड़बड़ी की बात कह रहे थे. हम समीक्षा में बार-बार कहते हैं कि सप्लाई चैन को और मजबूत किए जाने की जरूरत है.'

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