लोकसभा चुनाव के नतीजों के बाद बिहार की राजनीति भी करवट लेने लगी है.
प्रदेश के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के इस्तीफे के बाद आज शाम 4 बजे पटना में
विधायक दल की बैठक होगी. अगले मुख्यमंत्री के नाम पर सस्पेंस अब तक
कायम है. खबर है कि नीतीश के अलावा विजेंद्र यादव, विजय चौधरी और अली अनवर के नाम की चर्चा हो रही है. जेडीयू की ओर से नाम तय होने के बाद आरजेडी और कांग्रेस सरकार बनाने के लिए उन्हें समर्थन दे सकती है.
पार्टी अध्यक्ष शरद यादव ने नीतीश कुमार के फैसले को त्याग बताया है और साफ कर दिया है कि सेक्युलर गठबंधन बनाने के लिए वह राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) जैसी धुर विरोधी पार्टी से भी तालमेल बना सकती है.
शरद ने कहा कि लालू प्रसाद यादव की पार्टी से पुराने मतभेद भुलाने की जरूरत है. उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री के नाम पर फैसला रविवार को किया जाएगा.
जेडीयू अध्यक्ष ने शनिवार को कहा, 'हम कल (रविवार) को ऐसा फैसला लेंगे जिससे देश चकित रह जाएगा. हम देश को बचाएंगे.' हालांकि आरजेडी ने कहा है कि अभी तक उन्हें जेडीयू की तरफ से कोई ठोस प्रस्ताव नहीं मिला है, लेकिन बदलते हालात पर उनकी नजर है. हालांकि, आजतक से एक्सक्लूसिव बातचीत में लालू यादव ने साफ कर दिया कि अभी तक गठबंधन को लेकर उनकी शरद यादव या नीतीश कुमार से कोई बात नहीं हुई. लेकिन अगर सब कुछ ठीक रहा तो बिहार में आरजेडी के समर्थन वाली जेडीयू सरकार बनने की प्रबल संभावना है.
हालांकि बीजेपी और रामविलास पासवान जेडीयू और आरजेडी पर तंज कर रहे हैं. बीजेपी नेता गिरिराज सिंह ने नीतीश और लालू पर लोकतंत्र का अपमान करने का आरोप लगाते हुए बिहार में भी बीजेपी की सरकार बनाने की बात कही.
लगे हाथ बिहार में भी
भाजपा की सरकार बना ही लेते है #nitishresigns
—
Giriraj Singh (@girirajsinghbjp)
May 17, 2014
Nitish & lalu R
abusing our democracy by calling people's verdict as
"communal polarization "they r inviting white wash .be
ready friends
— Giriraj Singh (@girirajsinghbjp)
May 17, 2014
गौरतलब है कि लोकसभा चुनाव में जेडीयू की शर्मनाक हार के बाद सीएम नीतीश कुमार ने शनिवार को राज्यपाल डीवाई पाटिल को अपना इस्तीफा सौंप दिया था. हालांकि उन्होंने विधानसभा भंग करने की सिफारिश नहीं की थी. जेडीयू को लोकसभा चुनाव में सिर्फ दो सीटें मिली हैं.
इस्तीफे के बाद उन्होंने संवाददाताओं से कहा, 'मैं बिहार में अपनी पार्टी के चुनाव अभियान का नेतृत्व कर रहा था. परिणाम अपेक्षा के अनुरूप नहीं होने के कारण इसकी नैतिक जिम्मेवारी लेते हुए मैंने मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया है.'