पिछले साल जुलाई के महीने में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कांग्रेस और राजद के साथ गठबंधन तोड़कर भाजपा के साथ सरकार बना ली थी और तब से ऐसा एक भी मौका नहीं आया था जब नीतीश और राजद नेता तेजस्वी यादव एक दूसरे के सामने देखे गए हो. गौरतलब है कि उस वक्त उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव के ऊपर लगे भ्रष्टाचार के आरोपों को लेकर ही नीतीश कुमार को महागठबंधन तोड़कर भाजपा के साथ सरकार बनानी पड़ी थी.
मगर अब 6 महीने के बाद ऐसा मौका फिर आने वाला है जब नीतीश कुमार और तेजस्वी यादव एक दूसरे के आमने सामने होंगे और साथ ही मंच साझा करेंगे. मौका है राष्ट्रमंडल संसदीय संघ का छठवां सम्मेलन, जिसकी शुरुआत 17 फरवरी से पटना में होने वाली है. 17 फरवरी से 19 फरवरी तक चलने वाले इस तीन दिवसीय सम्मेलन के उद्घाटन सत्र में नीतीश और तेजस्वी का आमना सामना होगा.
राष्ट्रमंडल संसदीय संघ सम्मेलन का उद्घाटन सत्र पटना के ज्ञान भवन में होने वाला है. कार्यक्रम के मुताबिक उद्घाटन सत्र के दौरान 6 विशिष्ट अतिथियों को संबोधन करने का मौका मिलेगा, जिसमें नीतीश कुमार और तेजस्वी यादव भी शामिल है.
इस पूरे सम्मेलन की जानकारी देते हुए बुधवार को बिहार विधानसभा के स्पीकर विजय कुमार चौधरी ने कहा कि उद्घाटन सत्र में राष्ट्रमंडल संसदीय संघ के कार्यकारिणी समिति की अध्यक्ष इमिलिया मोनजोवा समेत लोकसभा अध्यक्ष सुमित्रा महाजन, बिहार विधानसभा स्पीकर विजय कुमार चौधरी, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी और विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव संबोधित करेंगे.
दिलचस्प बात यह है कि पिछले कुछ दिनों में नीतीश कुमार और तेजस्वी के बीच तल्खी काफी बढ़ गई है. एक तरफ जहां तेजस्वी नीतीश पर जनादेश के बलात्कार करने का आरोप लगा रहे हैं. वहीं दूसरी तरफ नीतीश कुमार तेजस्वी के किसी भी हमले का जवाब नहीं दे रहे.
ऐसे में दोनों नेताओं का इस सम्मेलन के दौरान जब आमना सामना होगा तो काफी दिलचस्प तस्वीरें सामने देखने को मिल सकती है.