बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के लिए एक अच्छी खबर आ रही है. उनकी महत्वांकाक्षी योजना हर घर नल जल योजना की यूनीसेफ ने सराहना की है. नीतीश कुमार ने 2015 विधानसभा चुनाव में अपने घोषणा पत्र में 7 निश्चय किया था उसमें से एक निश्चय हर घर को स्वच्छ नल का जल देना भी था. इस योजना का मुख्य उद्देश्य गांवों में पीने के पानी की व्यवस्था करना था. इसी योजना के तहत वैशाली के गांव का दौरा कर यूनीसेफ ने रिपोर्ट दी है.
यूनीसेफ ने वैशाली जिले के मझौली का दौरा किया जहां हर घर नल जल योजना के तहत घर घर नल के जरिए जल पहुंचाया गया है. यूनीसेफ की टीम ने इस योजना को लेकर हुए काम बेहद कारगर बताते हुए रिपोर्ट सौंपी है.
चार दिन पहले यूनीसेफ की टीम ने बिहार का दौरा किया था जहां मझौली में हर घर जल नल योजना की जांच के बाद इसे बेहद प्रभावी बताया था. सरकार की योजना को यूनीसेफ से सराहना मिलने के बाद प्रशासन गदगद दिखा.
वैशाली जिले के उपविकास आयुक्त सर्व नारायण यादव ने कहा कि मझौली गांव में काफी अच्छा काम हुआ है यहां का मॉडल काफी अच्छा है. मझौल गांव में हुए काम को मॉडल के रूप देखा जा रहा है, इसलिए जिला प्रशासन ने वैशाली जिले के सभी पंचायतों के मुखिया को मझौल ले जाकर वहां के मॉडल को दिखाया ताकि वो भी अपने यहां इसी तरह से काम कर सकें.
मझौल पंचायत के मुखिया अजय कुमार यादव गदगद हैं और हों भी क्यों नहीं उनके काम को पूरे जिले में सरहाया जा रहा है, दूसरे मुखिया को दिखाया जा रहा है कि कैसे काम होता है. मुखिया अजय कुमार यादव ने कहा कि सभी मुखिया को दिखा रहे है कि काम कैसे होता है अगर लगन हो तो सब होता है.
बिहार सरकार की ये योजना काफी बड़ी है जिसमें हर घर तक नल का जल पहुंचाना है. सरकार इसमें काफी खर्च भी कर रही है लेकिन कई जगहों पर इस योजना की खानापूर्ति की गई है जिससे व्यवस्थाएं ठीक नहीं चल रही है सरकार का लक्ष्य है कि 2020 तक पूरा करना है.