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बिहार: कोरोना के चलते टला पंचायत चुनाव, 24 MLC सीटों के इलेक्शन पर भी पड़ सकता है असर

विधान परिषद की 24 सीटों को ग्राम पंचायत के मुखिया, वार्ड सदस्य, पंचायत समिति के सदस्य, जिला पर्षद के सदस्य के द्वारा चुनाव किया जाता है. इसके अलावा नगर पंचायत, नगर पर्षद और नगर निगम के निर्वाचित सदस्यों के अलावा छावनी बोर्ड के सदस्य स्थानीय क्षेत्र प्राधिकार के माध्यम से निर्वाचित होनेवाले सदस्यों का चुनाव करते हैं.

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बिहार विधान परिषद
बिहार विधान परिषद
स्टोरी हाइलाइट्स
  • कोरोना के चलते बिहार में पंचायत चुनाव टला
  • बिहार की 24 विधान परिषद सीटों पर भी असर
  • बिहार में कोरोना की रफ्तार तेजी से बढ़ती जा रही

बिहार में कोरोना वायरस के बढ़ते संकट को देखते हुए पंचायत चुनाव टाल दिए गए हैं. अप्रैल के अंत में राज्य में पंचायत चुनाव को लेकर अधिसूचना जारी होनी थी. महामारी को देखते हुए निर्वाचन आयोग ने पंचायत चुनाव टालने की घोषणा कर दी है. इसका असर बिहार विधान परिषद की स्थानीय प्राधिकार (लोकल बॉडी) कोटे की 24 सीटों के चुनाव पर पड़ेगा. पंचायत चुनाव अगर लंबे समय के लिए टला तो फिर एमएलसी चुनाव में भी देरी हो सकती है. 

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विधान परिषद की 24 सीटों पर चुनाव 16 जुलाई के पहले करा लेना है. इन 24 सीटों में से चार सीटें पहले से ही खाली हैं. 20 विधान पार्षदों का कार्यकाल 16 जुलाई, 2021 को खत्म हो रहा है. विधान परिषद की 24 सीटों को ग्राम पंचायत के मुखिया, वार्ड सदस्य, पंचायत समिति के सदस्य, जिला पर्षद के सदस्य के द्वारा चुनाव किया जाता है. इसके अलावा नगर पंचायत, नगर पर्षद और नगर निगम के निर्वाचित सदस्यों के अलावा छावनी बोर्ड के सदस्य स्थानीय क्षेत्र प्राधिकार के माध्यम से निर्वाचित होनेवाले सदस्यों का चुनाव करते हैं.

बता दें कि बिहार में त्रिस्तरीय पंचायतों का कार्यकाल जून में समाप्त हो हो रहा है. ऐसे में नीतीश सरकार ने पंचायत चुनाव के लिए हरी झंडी पहले ही दे दी थी. इसी के चलते निर्वाचन आयोग मई में चुनाव करानी तैयारी में था, लेकिन कोरोना संकट के चलते अब चुनाव को 15 दिन के लिए टाल दिया गया है. ऐसे ही कोरोना के हालात बने रहे तो फिर चुनाव आगे बढ़ाया जा सकता है तो पंचायती राज संस्थाओं के सदस्यों के नहीं रहने से विधान परिषद का चुनाव भी प्रभावित होगा. 

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इनका कार्यकाल पूरा हो रहा
बिहार में जिन विधान पार्षदों का कार्यकाल खत्म हो रहा है, उनमें राधाचरण साह, मनोरमा देवी, रीना यादव, संतोष कुमार सिंह, सलमान रागीव, राजन कुमार सिंह, सच्चिदानंद राय, टूनजी पांडे, राजेश कुमार उर्फ बबलू गुप्ता, दिनेश प्रसाद सिंह, सुबोध कुमार, हरिनारायण चौधरी, राजेश राम, दिलीप कुमार जायसवाल, संजय प्रसाद, अशोक कुमार अग्रवाल, नूतन सिंह, सुमन कुमार, आदित्य नारायण पांडे और रजनीश कुमार शामिल हैं.

इन MLC सीटों पर पड़ेगा असर
पंचायत चुनाव में देरी के चलते जिन 24 निर्वाचन क्षेत्र का चुनाव बाधित हो सकता है उनमें पटना स्थानीय प्राधिकार निर्वाचन क्षेत्र, नालंदा स्थानीय प्राधिकार निर्वाचन क्षेत्र, गया सह जहानाबाद सह अरवल स्थानीय प्राधिकार निर्वाचन क्षेत्र,औरंगाबाद स्थानीय प्राधिकार निर्वाचन क्षेत्र, नवादा स्थानीय प्राधिकार निर्वाचन क्षेत्र, भोजपुर सह बक्सर स्थानीय प्राधिकार निर्वाचन क्षेत्र, रोहतास सह कैमूर स्थानीय प्राधिकार निर्वाचन क्षेत्र, सारण स्थानीय प्राधिकार निर्वाचन क्षेत्र, सीवान स्थानीय प्राधिकार निर्वाचन क्षेत्र, गोपालगंज स्थानीय प्राधिकार निर्वाचन क्षेत्र,पश्चिम चंपारण स्थानीय प्राधिकार निर्वाचन क्षेत्र शामिल हैं.

वहीं, पूर्वी चंपारण स्थानीय प्राधिकार निर्वाचन क्षेत्र व मुजफ्फरपुर स्थानीय प्राधिकार निर्वाचन क्षेत्र के साथ ही वैशाली स्थानीय प्राधिकार निर्वाचन क्षेत्र, सीतामढ़ी सह शिवहर स्थानीय प्राधिकार निर्वाचन क्षेत्र, दरभंगा स्थानीय प्राधिकार निर्वाचन क्षेत्र,समस्तीपुर स्थानीय प्राधिकार निर्वाचन क्षेत्र और मुंगेर सह जमुई सह लखीसराय सह शेखपुरा स्थानीय प्राधिकार निर्वाचन क्षेत्र है. 

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बेगूसराय सह खगड़िया स्थानीय प्राधिकार निर्वाचन क्षेत्र, सहरसा सह मधेपुरा सह सुपौल स्थानीय प्राधिकार निर्वाचन क्षेत्र, भागलपुर सह बांका स्थानीय प्राधिकार निर्वाचन क्षेत्र, मधुबनी स्थानीय प्राधिकार निर्वाचन क्षेत्र, पूर्णिया सह अररिया सह किशनगंज स्थानीय प्राधिकार निर्वाचन क्षेत्र और कटिहार स्थानीय प्राधिकार निर्वाचन क्षेत्र की सीटें शामिल हैं.

 

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