बिहार में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और बीजेपी के बीच सब कुछ ठीक नहीं चल रहा है. दरभंगा व भागलपुर की घटनाओं और इन पर बीजेपी नेताओं की बयानबाजी को लेकर विपक्ष पूरी तरह से नीतीश सरकार पर हमलावर है. बीजेपी की इन मामलों को तूल देने की कोशिश से नीतीश कुमार की दिक्कतें बढ़ी हैं.
विपक्ष दरभंगा में डीएसपी के खिलाफ नारे के लिए उकसाने के लिए केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह पर कार्रवाई करने की मांग कर रहा है, तो दूसरी तरफ बिना इजाजत भागलपुर में शोभा यात्रा निकालने के आरोप में केंद्रीय मंत्री अश्विनी चौबे के बेटे को गिरफ्तार करने की मांग कर रहा है. हालांकि इन सबके बावजूद बीजेपी का कहना है कि गठबंधन में सब कुछ ठीक-ठाक चल रहा है.
बीजेपी नेता देवेश चंद्र ठाकुर का कहना है कि दरभंगा में जो भी हुआ, वो बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है. दूसरी बात कि हमारे जो दिल्ली के नेता हैं, उनका अपना सूचना तंत्र है. यहां पर सरकारी सूचना आती है, तो सुशील कुमार मोदी उस हिसाब से बताते होंगे. उन्होंने कहा कि हम पार्टी में विरोधाभास नहीं देखते हैं. यह स्वाभाविक है कि हमको जैसी सूचना मिलेगी, हम वैसे ही प्रतिक्रिया देंगे. हम इसको बहुत बड़ा नहीं मानते हैं. पार्टी के अंदर बहुत बड़ा विरोधाभास नहीं है. सब कुछ बहुत बढ़िया चल रहा है.
मालूम हो कि दरभंगा के मामले को लेकर उप मुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने कहा था कि यह जमीनी मामला है, जिसमें हत्या हुई है. हालांकि बीजेपी के फायर ब्रांड नेता एवं केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह और बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष ने कहा था कि दरभंगा के मामले में हत्या इसलिए हुई, क्योंकि उस व्यक्ति ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नाम पर गांव में एक चौक का नाम रखा था. अब पार्टी में ये दो तरह के अलग-अलग बयान से बिहार सरकार भी पेशोपेश मे पड़ गई है.
इस मसले को लेकर बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि समाज में तनाव फैलाने वालों को कतई बर्दास्त नहीं किया जा सकता है. भागलपुर मामले में केंद्रीय मंत्री अश्विनी चौबे के बेटे अर्जित शास्तव पर बिना इजाजत के शोभा यात्रा निकालने के आरोप में एफआईआर दर्ज है, लेकिन अभी तक गिरफ्तारी नहीं हुई है. आरजेडी के नेता वीरेन्द्र का कहना है कि हमारे मुख्यमंत्री की कथनी और करनी में कोई सामंजस्य नहीं रहा.
उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार रोज घोषणा करते हैं और उनको भूल जाते हैं. उनका मकसद भाषण देना है. उनको जनता और आम आवाम से कोई मतलब नहीं है. आरजेडी नेता ने कहा कि गिरिराज सिंह को गिरफ्तार करना चाहिए. अश्विनी चौबे और उनके बेटे को भी गिरफ्तार किया जाना चाहिए. अश्विनी के बेटे नामजद अभियुक्त हैं. उनकी गिरफ्तारी होनी चाहिए. ये रोज एक संप्रदाय के खिलाफ बयान देते हैं और मुख्यमंत्री देखते रहते हैं. नीतीश कुमार इनके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं कर रहे हैं. इनका मकसद सिर्फ भाषण देना है. इनकी कथनी और करनी में कोई सामंजस्य नहीं है.