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मांझी ने शुरू की प्रेशर पॉलिटिक्स, मांगा एक मंत्री पद और एमएलसी सीट

जीतन राम मांझी ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से मांग की है कि वह जब भी अपने कैबिनेट का विस्तार करते हैं तो उन्हें एक और मंत्री पद दिया जाए और साथ ही बिहार विधान परिषद में एक सीट दी जाए.

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हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जीतन राम मांझी (फाइल फोटो)
हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जीतन राम मांझी (फाइल फोटो)
स्टोरी हाइलाइट्स
  • जीतन राम मांझी ने CM नीतीश से की मांग
  • एक मंत्री पद और एमएलसी सीट की डिमांड

14 जनवरी के बाद नीतीश मंत्रिमंडल के विस्तार के संभावनाओं के बीच हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जीतन राम मांझी ने अब प्रेशर पॉलिटिक्स की शुरुआत कर दी है. मांझी ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से मांग की है कि वह जब भी अपने कैबिनेट का विस्तार करते हैं तो उन्हें एक और मंत्री पद दिया जाए और साथ ही बिहार विधान परिषद में एक सीट दी जाए.

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पार्टी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक के बाद मीडिया से बात करते हुए जीतन राम मांझी ने कहा कि वह मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से बात करके दबाव बनाएंगे ताकि कैबिनेट विस्तार में उनकी पार्टी को एक और मंत्री पद मिले और साथ ही एक एमएलसी सीट भी उनकी पार्टी को मिले.

जीतन राम मांझी की तरफ से यह मांग आज चुनाव आयोग के द्वारा बिहार विधान परिषद की खाली 2 सीटों पर 28 जनवरी को चुनाव के ऐलान के साथ उठाई गई है. जीतन राम मांझी ने कहा कि मैं मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से बात करूंगा और उनसे बिहार विधान परिषद में 1 सीट और एक और मंत्री पद देने के लिए कहूंगा. मुझे लगता है कि वह मेरे आग्रह को पूरा करेंगे.

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जीतन राम मांझी ने, हालांकि, स्पष्ट किया अगर उनकी पार्टी को विधान परिषद में 1 सीट मिलती है तो वह उनके परिवार के किसी सदस्य को नहीं जाएगा बल्कि वह अपने पार्टी के किसी नेता को एमएलसी बनाएंगे. पूर्व उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी और पूर्व विधान पार्षद विनोद नारायण झा के इस्तीफे के बाद विधान परिषद के 2 सीटों के लिए चुनाव होने हैं.

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एक तरफ जहां सुशील कुमार मोदी अब राज्यसभा के सदस्य हो गए हैं वहीं दूसरी तरफ विनोद नारायण झा ने विधानसभा चुनाव लड़ा और बेनीपट्टी से विधायक हो गए हैं.

 

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