मुख्यमंत्री पद को लेकर जेडीयू में बवाल बढ़ गया है. बिहार के मुख्यमंत्री जीतनराम मांझी पार्टी के दबाव के बावजूद सीएम पद छोड़ने को तैयार नहीं हैं. उनके इस कदम ने पार्टी अध्यक्ष शरद यादव और नीतीश कुमार की मुश्किलें बढ़ा दी हैं.
नीतीश कुमार कैंप के चार मंत्रियों को हटा सकते हैं मांझी
गुरुवार को शरद यादव के खिलाफ मोर्चा खोलने के बाद मुख्यमंत्री ने अब नीतीश कुमार पर इशारों में निशाना साधा है. उन्होंने सहरसा में कहा, 'नीतीश कुमार ने अच्छा काम किया है, लेकिन अब वह भीष्म पितामह की तरह व्यवहार कर रहे हैं. वे द्रौपदी के चीर-हरण के दौरान चुप रहे. मैं अब महाभारत के लिए भी तैयार हूं.'
आपस में भिड़े नीतीश और मांझी समर्थक
जेडीयू की सियासत सड़क पर उतर आई है. मुख्यमंत्री जीतनराम मांझी को हटाने की कवायद में लगे नीतीश समर्थक शुक्रवार को अपना आपा खो बैठे और मांझी समर्थकों के साथ भिड़ गए. दोनों तरफ से खूब बवाल हुआ. इस झड़प में पांच लोगों के घायल होने की खबर है. दरअसल, सीएम पद से हटाए जाने की खबरों के विरोध में शुक्रवार को मांझी के समर्थक नीतीश कुमार का पुतला जला रहे थे. इससे नाराज नीतीश के समर्थक हिंसा पर उतर आए.
मांझी के समर्थकों की नाराजगी का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि वे अपनी ही पार्टी के अध्यक्ष शरद यादव का घेराव करने के लिए पटना स्थित चाणक्य होटल पहुंच गए हैं.
मांझी की कुर्सी जाना तय!
सूत्रों के मुताबिक बिहार के सीएम जीतनराम मांझी की कुर्सी जाना तय है. इसकी पुष्टि करते हुए आज तक से पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव केसी त्यागी ने कहा कि मांझी का जाना तय है, उन्होंने जो रास्ता चुना है वो बाहर की तरफ जाता है.
केसी त्यागी ने आरोप लगाया कि मांझी जेडीयू में रह कर बीजेपी का काम कर रहे हैं. उन्होंने कहा, 'मांझी बीजेपी की स्क्रिप्ट पर कम कर रहे है, जिसे दिल्ली के अशोक रोड में लिखा गया है.'