बिहार के मुजफ्फरपुर के मनियारी थाना के रघुनाथपुर मधुवन गांव की पंचायत में एक गरीब परिवार को अपनी बेटी के साथ हुई छेड़छाड़ का विरोध करना महंगा पड़ गया. भरी पंचायत में दबंगों के सामने न केवल पीड़िता के परिवार पर मुकदमा उठाने का तुगलकी फरमान जारी किया गया बल्कि उनकी जमकर पिटाई भी की गई.
दरअसल रघुनाथपुर मधुवन गांव की रहने वाली गीता देवी की बेटी चंदा के साथ गांव के कुछ दबंगों ने छेड़छाड़ की थी. इन दबंगों ने गीता देवी और उसके परिवार का गांव में रहना मुश्किल कर दिया था. गीता देवी की बेटी चंदा का घर से निकला मुश्किल हो गया था. गांव के कुछ दबंग प्रवृति के लोग बराबर चंदा के साथ बदतमीजी और छेड़छाड़ किया करते थे जिससे यह परिवार परेशान हो गया था.
थक-हारकर गीता देवी ने इस परेशानी से निजात पाने और दबंगों की करतूत की शिकायत करने के लिए मनियारी थाने का दरवाजा खटखटाया लेकिन कानून के राज में वहां गीता की शिकायत सुनने को कोई पुलिस अधिकारी तैयार नहीं थे. 'बिहार पुलिस, सदैव आपके साथ' का एक बार फिर दूसरा चेहरा सामने आया. पुलिस के रवैये से परेशान गीता देवी अपनी बेटी के साथ थाने से खाली हाथ लौट गई.
गीता देवी ने नहीं माना पंचायत का फरमान
गीता देवी ने आखिरकार मुजफ्फरपुर कोर्ट की शरण ली. कोर्ट में गीता देवी ने गांव के इन दबंगों के खिलाफ परिवाद पत्र दायर किया. फिर क्या था कोर्ट में परिवाद पत्र दायर करना इन दबंगों को नागवार लगा. इसके बाद इन दबंगों ने ही खुद गांव में पंचायत बुलाई और पंचायत में गीता देवी और उसकी बेटी को भी आने का फरमान जारी किया. पंचायत ने फैसला सुनाया कि कोर्ट में दायर मुकदमा वापस ले लो. गीता देवी ने पंचायत के फैसले को मानने से कर दिया. दबंगों को ये और भी बुरा लगा और फिर जो हुआ वो कानून के राज की दुहाई देने वालों के लिए एक सबक था.
जमकर की गई पिटाई
पंचायत के सामने ही इन दबंगों ने गीता देवी और उसकी बेटी की जमकर पिटाई की. बेरहमी से पिटाई किए जाने की वजह से गीता देवी के हाथ टूट गए और उसका इलाज सदर अस्पताल में चल रहा है. इस मामले की जानकारी पुलिस महकमे के वरिष्ठ अधिकारियों को हुई. मुजफ्फरपुर के एसएसपी विवेक कुमार ने मामले को गंभीरता पूर्वक लेते हुए पूरी घटना की जांच करने की जिम्मेदारी मुजफ्फरपुर के डीएसपी को दे दी. साथ ही जांच पूरी होने के बाद आरोपियों पर कार्रवाई करने का भी निर्देश जारी किया है.