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परवीन इस्‍तीफा प्रकरण: कई काम से नाराज तो कई ने बताया इसे जनता के साथ धोखा

बिहार सरकार में मंत्री और बेगूसराय जिले के साहेबपुर कमाल विधानसभा क्षेत्र की जदयू विधायक परवीन अमानुल्लाह के सभी पदों से इस्‍तीफा देने के बाद लोगों में तरह-तरह की चर्चाएं शुरू हो गई हैं. कई जहां मंत्री के काम से नाराज दिखे, वहीं कई ने उनके इस्‍तीफे को जनता के साथ घोखा बताया.

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बिहार सरकार में मंत्री और बेगूसराय जिले के साहेबपुर कमाल विधानसभा क्षेत्र की जदयू विधायक परवीन अमानुल्लाह के सभी पदों से इस्‍तीफा देने के बाद लोगों में तरह-तरह की चर्चाएं शुरू हो गई हैं. कई जहां मंत्री के काम से नाराज दिखे, वहीं कई ने उनके इस्‍तीफे को जनता के साथ घोखा बताया.

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लोगों ने विकास का काम नहीं करने का उन पर आरोप लगाया वहीं कार्यकताओं की अनदेखी तथा सीएम के द्वारा काम नहीं करवाने के कारण इस्‍तीफे देने की बात कही गई. परवीन अमानुल्लाह 2010 के विधानसभा में जदयू के टिकट पर साहेबपुर कमाल से चुनाव लड़ीं और उन्‍होंने राजद के पूर्व मंत्री श्रीनारायण यादव को 11 हजार 111 मत से पराजित किया. परवीन को 46391 मत मिले, जबकि श्रीनारायण यादव को 35 हजार 280 मत मिले थे.

स्थानीय निवासी सुनील जयसवाल कहते हैं कि वे महीने में एकाध बार आती थीं और बंद गाड़ी में चली जाती थीं. उन्‍होंने विकास का कोई काम नहीं किया है. कार्यकर्ताओं के साथ इनका कोई संबंध नही था. साहेबपुर कमाल के समाजसेवी सुरेंद्र कुमार का कहना है कि उन्‍होंने त्यागपत्र देकर जनता के साथ धोखा किया है. बाहरी रहते हुए भी हम लोगों ने उनको यहां से जीताकर भेजा. मंत्री बनीं, लेकिन उसके बाद भी क्षेत्र का विकास नही हुआ. वे डर के इस बार भाग गई हैं. यहां के लोगों ने तय कर लिया था कि इस बार इनको वोट नही देंगे. वे क्षेत्र व पार्टी बदलकर चुनाव लड़ना चाहती हैं.

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स्‍थानीय निवासी मनोज कुमार का कहना है कि परवीन के मनमुताबिक काम नही हुआ, जिसके कारण उनको इस्‍तीफा देना पड़ा. वहीं ललिता देवी का कहना है कि परवीन विधानसभा की अनुभवी और ईमानदार महिला हैं. जो भी सरकार का रवैया चल रहा है, वह उससे सहमत नहीं थीं. सरकार इनके कामकाज को नजरअंदाज करती थी.

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