बिहार के समस्तीपुर में नेशनल हाइवे पर जाम लगा रहे लोगों पर पुलिस की हवाई फायरिंग में एक व्यक्ति की मौत हो गई है. गुस्साई भीड़ ने थाने पर पथराव किया और कई वाहनों में तोड़फोड़ भी की. इस दौरान दो लोग घायल भी हो गए हैं.
ये लोग ताजपुर में दवा कारोबारी की गोली मारकर हत्या किए जाने और नाबालिग लड़की के अपहरण को लेकर विरोध कर रहे थे. लोगों ने एसएपी की पर भी हमला किया.
आपको बता दें कि गुरुवार को ताजपुर इलाके में दवा कारोबारी जनार्दन ठाकुर की गोली मारकर हत्या की गई थी.
समस्तीपुर का ताजपुर क्षेत्र उस वक्त रणक्षेत्र में तब्दील हो गया जब पटना -समस्तीपुर राष्ट्रीय राजमार्ग - 28 पर ग्रामीणों ने सड़क जाम कर दिया और पुलिस के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे थे. 2 दिन पहले ताजपुर के रहने वाले दवा व्यवसाई जनार्दन ठाकुर की अपराधियों ने गोली मारकर हत्या कर दी थी और इस हत्या से 2 दिन पहले ही अपराधियों ने एक स्थानीय लड़की को भी अगवा कर लिया था जिसका अब तक सुराग नहीं लगा है.इन दोनों घटनाओं से आक्रोशित ग्रामीणों ने शुक्रवार को राष्ट्रीय राजमार्ग 28 को जाम कर दिया और पुलिस के खिलाफ नारेबाजी कर रहे थे. प्रदर्शनकारियों का आरोप था कि इन दोनों घटनाओं को लेकर पुलिस ने अब तक कोई कार्यवाही नहीं की है और अपराधियों को अब तक गिरफ्तार नहीं किया गया है.
घटना की जानकारी मिलते ही अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक आमिर जावेद और एसडीओ अशोक मंडल मौके पर पहुंचे और ग्रामीणों से बातचीत करने की कोशिश की ताकि राष्ट्रीय राजमार्ग 28 पर आवाजाही बहाल की जा सके मगर आक्रोशित ग्रामीणों ने इन दोनों अधिकारियों पर हमला बोल दिया. ग्रामीणों ने इन दोनों अधिकारियों पर पत्थरबाजी की और लाठियों से खदेड़ कर भगा दिया. इस हमले की वजह से दोनों अधिकारियों को गंभीर चोटें आई हैं और स्थानीय अस्पताल में इनका इलाज चल रहा है.
ताजपुर में हालात बेकाबू होते देख आस पास के सभी थानों से अतिरिक्त पुलिस बल को बुलाया गया ताकि हालात को संभाला जा सके. हालात को काबू में करने के लिए पहुंची पुलिस पर भी ग्रामीणों ने हमला बोल दिया और पत्थरबाजी की. इसके बाद ग्रामीणों ने ताजपुर थाने पर भी पथराव किया और आधे दर्जन गाड़ियों को आग के हवाले कर दिया.
मौके पर तनाव की स्थिति को देखते हुए पुलिस कि तरफ से इसके बाद 15 राउंड हवाई फायरिंग भी की गई जिसमें जितेंद्र कुमार नाम के एक ग्रामीण को गोली लग गई और अस्पताल जाने के क्रम में उसकी मौत हो गई.
बाद में समस्तीपुर पुलिस अधीक्षक दीपक रंजन दल बल के साथ ताजपुर पहुंचे और उन्होंने उपद्रवियों को खदेड़ खदेड़ कर भगाया. इलाके में शांति बहाली के लिए पुलिस कि तरफ से फ्लैग मार्च पर किया गया. पुलिस फिलहाल पूरे इलाके में वैसे उपद्रवियों की तलाश कर रही है जो इस हिंसा में शामिल थे.
पुलिस अधीक्षक दीपक रंजन ने इस बात को लेकर भी इनकार किया कि जितेंद्र कुमार नाम के ग्रामीण की पुलिस फायरिंग में गोली लगने से मौत हुई है. दीपक रंजन ने कहा कि सबसे पहले पुलिस पर फायरिंग उपद्रवियों के तरफ से हुई थी और इसी फायरिंग में ग्रामीण की मौत हुई.
ताजपुर में फिलहाल तनाव बरकरार है और पुलिस कैंप कर रही है.