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बिहार: VIP में टूट के संकेत! लालू और तेजस्वी की तारीफ करने पर पार्टी विधायक ने मुकेश सहनी पर उठाए सवाल

पिछले दिनों बोंचहा से वीआईपी के विधायक मुसाफिर पासवान का निधन हो गया था, जिसके बाद जल्द ही उस सीट पर उपचुनाव होने हैं. इसी कड़ी में बीजेपी पर दबाव बनाने के लिए मुकेश सहनी लगातार पार्टी पर हमला कर रहे हैं. आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद और नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव के शान में कसीदे पढ़ रहे हैं.

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स्टोरी हाइलाइट्स
  • वीआईपी विधायक राजू सिंह ने सहनी पर उठाए हैं सवाल
  • राजू सिंह ने कहा- मैं इस मसले पर मुकेश सहनी से बात करुंगा

बिहार में इन दिनों सियासी हलचल बढ़ गई है और इससे नीतीश सरकार भी मुश्किल में फंस सकती है. दरअसल, विकासशील इंसान पार्टी (VIP) में टूट के संकेत दिख रहे हैं. पार्टी के विधायक राजू सिंह ने लालू और तेजस्वी यादव की तारीख करने पर वीआईपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष मुकेश सहनी पर सवाल उठाए हैं. दरअसल, वीआईपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और बिहार सरकार में मंत्री मुकेश सहनी इन दिनों बीजेपी को लेकर काफी आक्रमक हो गए हैं और लगातार बयानबाजी कर रहे हैं. मुकेश सहनी ने इतना तक कह दिया है कि बोंचहा विधानसभा सीट जहां पर कुछ ही दिनों के बाद उपचुनाव होने हैं, उस सीट पर अगर बीजेपी ने अपना उम्मीदवार उतारा तो वह एनडीए गठबंधन से अलग हो जाएंगे.

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बता दें कि पिछले दिनों बोंचहा से वीआईपी के विधायक मुसाफिर पासवान का निधन हो गया था, जिसके बाद जल्द ही उस सीट पर उपचुनाव होने हैं. इसी कड़ी में बीजेपी पर दबाव बनाने के लिए मुकेश सहनी लगातार पार्टी पर हमला कर रहे हैं. आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद और नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव के शान में कसीदे पढ़ रहे हैं. मुकेश सहनी ने तेजस्वी यादव को अपना छोटा भाई तक बताया है.

यह भी पढ़ें- यूपी: क्या गठबंधन को लेकर नीतीश को अंधेरे में रख रहे थे RCP सिंह? सामने आया ललन सिंह का बड़ा बयान 

वीआईपी चीफ पर भड़क उठे विधायक
वीआईपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अचानक से सामने आए लालू और तेजस्वी प्रेम को लेकर उन्हीं के पार्टी के विधायक राजू कुमार सिंह ने उन पर निशाना साधा है. राजू कुमार सिंह ने कहा कि मुकेश सहनी का बीजेपी पर निशाना साधना गठबंधन धर्म के खिलाफ है.

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राजू सिंह ने कहा कि मेरी समझ से तो गठबंधन धर्म का पालन नहीं किया जा रहा है और इसका जनता के बीच खराब संदेश जा रहा है. हम लोग की राजनीति का आधार ही आरजेडी का विरोध रहा है. हम लोग इसी विचारधारा पर चलते आए हैं और आगे भी चलेंगे. समय के साथ बातों को बदलना हम लोगों की फितरत में नहीं है. हो सकता है कि मुकेश साहनी को आज वो लोग अच्छे लग रहे हो. मगर हम लोग लालू के विरोध में हैं और इस मुद्दे पर मैं मुकेश सहनी से बात करूंगा.

क्या है सियासी गणित?
बता दें कि 243 सदस्यीय विधानसभा में अभी विपक्ष में 115 विधायक हैं तो एनडीए में 127 विधायक हैं. इसमें एनडीए में शामिल हम और वीआईपी के 4-4 विधायक हैं. मतलब बहुमत का आंकड़ा 122 है और वीआईपी में टूट पर या समर्थन वापस लेने पर नीतीश सरकार मुश्किल में फंस सकती है.

 

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