नालंदा के सिलाव में स्थिति धीरे- धीरे सामान्य हो रही है. हालांकि प्रशासन के धरपकड़ को लेकर आम लोगों मे नाराजगी दिख रही है. बता दें कि पुलिस ने रामनवमी यात्रा के दौरान दंगा करने के आरोप में लगभग 3 दर्जन से अधिक लोगों को गिरफ्तार किया है. यात्रा के दौरान पुलिस और पब्लिक में जमकर पथराव हुआ. इसमें पुलिसकर्मी सहित दर्जनों लोग घायल हो गए.
पुलिस ने भीड़ को रोकने के लिए किया लाठीचार्ज
विवाद रास्ते को लेकर भी नहीं था. जो रुट तय था उसी रुट कड़वा गांव से निकलने का तय हुआ था. यात्रा कड़वा डीह से निकल कर कड़वा गांव होकर जाएगी. तय हुआ था कि दोनों गुटों के 5- 5 लोग रथ के साथ होंगे. इसके बाद सिलाव में लोग शोभायात्रा में शामिल हो जाएंगे. लेकिन जब यात्रा शुरू हुई तो लोगों का हजूम उमड़ने लगा. पुलिस ने भीड़ को रोकने के लिए लाठीचार्ज किया. इलके बाद तितरबितर हुई भीड़ ने पुलिस पर पथराव कर दिया. कड़वा गांव पर भी पथराव हुआ.
उपद्रवियों ने किया पथराव
उपद्रवियों ने कड़वा गांव पर भी पथराव किया. जिससे कई लोग घायल हो गए. इसी गांव के खुर्शीद आलम को चोट लगी जो किसी काम से बाजार जा रहे थे. मिनहाज आलम ने बताया कि वो लोग भड़काऊ भाषा बोल रहे थे.
बता दें कि कड़वा डीह में हिन्दू रहते हैं. लेकिन उनका रास्ता कड़वा गांव होकर गुजरता है जो मुस्लिम बहुल है. प्रशासन ने इन के टकराव को रोकने के लिए बीच का रास्ता निकलने की कोशिश की थी. इस इलाके में पिछले साल से ही रामनवमी की शोभायात्रा निकलने की परंपरा शुरू हुई है. कड़वा गांव में परचून की दुकान चलाने वाले कामेश्वर पंडित का कहना है कि बजरंग दल के लोग थे जिसमें महिलाएं भी शामिल थी.
बवाल करने बाहर से आए लोग
सिलाव के राजनैतिक कार्यकर्ता अमित पासवान कहते है कि बवाल करने के लिए बाहर से लोग आए थे. फिलहाल सैलाव में सबकुछ ठीक- ठाक दिख रहा है. कड़वा गांव में स्कूल और मदरसा खुले हुए हैं. पुलिस तैनात है. पुलिस वीडियो फुटेज के आधार पर धरपकड़ कर रही है.