बिहार के पूर्णिया, मधेपुरा, मधुबनी, सीतामढ़ी, कटिहार और दरभंगा जिलों में मंगलवार देर रात आए तूफान में मरने वालों की संख्या 50 पहुंच गई है. करीब 250 अन्य व्यक्ति के घायल हो गए.
बिहार आपदा प्रबंधन विभाग ने बताया कि इस तूफान के कारण सबसे अधिक 33 लोगों की मौत पूर्णिया जिले में तथा 7 मधेपुरा जिले में तथा मधुबनी जिले में 5 व्यक्ति की मौत हुई है.
मुआवजे का ऐलान, राहत कार्य शुरू
आपदा प्रबंधन विभाग के प्रधान व्यास जी ने बताया कि राज्य सरकार ने मृतकों के परिजनों को आपदा राहत कोष से अनुग्रह अनुदान के तौर पर चार लाख रुपये दिए जाने की घोषणा की है. उन्होंने कहा कि इन जिलों में तूफान के कारण हुई क्षति का आकलन किए जाने के साथ प्रभावित लोगों के बीच राहत और बचाव कार्य जिला प्रशासन द्वारा चलाए जा रहे हैं.
राज्य सरकार की तरफ से राहत बांटने का काम शुरू कर दिया गया है. प्रभावित गांवों में कैंप लगाकर राहत बांटे जाने की योजना है.
काल बैसाखी चक्रवाती तूफान ने मचाया कहर
इस तूफान के कारण हजारों पेड़ों के जड़ से उखड़ जाने के कारण सड़क यातायात बाधित हो जाने के साथ बड़ी संख्या में बिना इंट के बने मकान और खेतों में लगी फसलों की क्षति हुई है.भारतीय मौसम विभाग के निदेशक आर के गिरी ने बताया कि काल बैसाखी नाम से चर्चित नेपाल की ओर से आए उक्त चक्रवाती तूफान की गति 65 किलोमीटर प्रति घंटा थी और उससे पूर्णिया से लेकर भागलपुर जिला प्रभावित हुए.
पीएम मोदी ने नीतीश से की बात, राजनाथ करेंगे दौरा
बुधवार रात को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने भीषण तूफान से प्रभावित बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से फोन पर बात की और उन्हें हर प्रकार की केंद्रीय सहायता का आश्वासन दिया. प्रधानमंत्री ने कहा कि गृह मंत्री राजनाथ सिंह तूफान से पैदा हालात का जायजा लेने के लिए राज्य का दौरा करेंगे.