बिहार के उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने बसपा प्रमुख मायावती और आरजेडी नेता लालू प्रसाद यादव पर निशाना साधा है. उन्होंने कहा कि आरजेडी-बसपा जैसी पार्टियों में कार्यकर्ता केवल पालकी ढोने वाले होते हैं.
सुशील मोदी ने कहा, 'मायावती कहती हैं कि अगले 20-22 साल तक कोई और बसपा प्रमुख बनने का सपना न देखे. इधर लालू प्रसाद अपनी पार्टी के आजीवन अध्यक्ष रहेंगे ही, बीमार हुए तो राबड़ी देवी को उपाध्यक्ष बना दिया. पार्टी में किसी दूसरे को विधान परिषद में नेता-विपक्ष का पद देने लायक समझा ही नहीं गया. बहू आई तो उसकी मेहंदी का रंग उतरने से पहले चुनाव लड़ाने की चर्चा शुरू कर दी गई. आरजेडी-बसपा जैसी पार्टियों में कार्यकर्ता केवल पालकी ढोने वाले होते हैं.
गौरतलब है कि मायावती ने शनिवार को कहा था, 'अभी मैं अगले लगभग 20-22 वर्षों तक खुद ही आगे और सक्रिय रहकर पार्टी की गतिविधियों को आगे बढ़ाती रहूंगी. अब ऐसे में अगले लगभग 20-22 वर्षों तक पार्टी में किसी को भी पार्टी का मुखिया बनने का सपना नहीं देखना चाहिए और न ही किसी को अभी मेरा उत्तराधिकारी बनने का भी सपना देखना चाहिए.' दरअसल मायावती ने बसपा के संविधान में बदलाव करते हुए यह बात कही थी जिसमें परिवारवाद पर रोक लगाने का भी प्रावधान है.
मोदी ने ट्वीट किया, संविधान निर्माताओं ने देश में लोकतंत्र का मजबूत ढांचा खड़ा किया है और वह सक्षम नेताओं के हाथों सुरक्षित है, इसलिए न तो तेजस्वी यादव को इसकी चिंता करने की जरूरत है, न पहली बार विधायक बनने वाले लोग इतनी बड़ी बात कहने की पात्रता रखते हैं. उन्हें चिंता अपने दल की करनी चाहिए, जहां सारे शीर्ष पद अगले 50 साल तक केवल एक परिवार के लिए आरक्षित हैं.
कांग्रेस पर निशाना
उप मुख्यमंत्री ने कहा कि केंद्र की मोदी सरकार ने सभी वर्गों के गरीबों की चिन्ता की है. कांग्रेस सत्ता के बिना नहीं रह सकती है. कर्नाटक में 140 से घट कर 78 पर आने वाली कांग्रेस हार में भी जीत का जश्न मना रही है. उसके साथ हताश-निराश लोग जुट रहे हैं जिनमें 3 पूर्व मुख्यमंत्री जेल में हैं. चौधरी चरण सिंह, चेंद्रशेखर, आई के गुजराल और देवगौड़ा की सरकार को देश की जनता देख चुकी है. जनता इतिहास से सबक लेगी और पुरानी गलतियों को नहीं दोहराएगी तथा एक बार फिर नरेंद्र मोदी को प्रधानमंत्री बनाएगी.