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बिहार: सुशील मोदी की गाड़ी पर फेंकी स्‍याही, दिखाए काले झंडे

बिहार में बीजेपी नेताओं को सवर्ण समाज के लोगों की नाराजगी का सामना करना पड़ रहा है. राज्‍य के अलग-अलग हिस्‍सों में नेताओं को काले झंडे दिखाए जा रहे हैं.

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सवर्ण समाज के युवाओं ने किया विरोध (फोटो - रोहित सिंह )
सवर्ण समाज के युवाओं ने किया विरोध (फोटो - रोहित सिंह )

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बिहार में बीजेपी नेताओं को एससी/एसटी एक्ट में किए संशोधन और आरक्षण को लेकर लगातार सवर्ण समाज के विरोध का सामना करना पड़ रहा है. इसी क्रम में शनिवार को बिहार के डिप्टी सीएम सुशील कुमार मोदी को सीतामढ़ी में काले झंडे दिखाए गए.

दरअसल, भारतीय जनता युवा मोर्चा के युवा संकल्प सम्मेलन में शिरकत करने के लिए सुशील मोदी सीतामढ़ी पहुंचे थे लेकिन यहां उनका स्वागत सवर्ण सेना के कार्यकर्ताओं ने काले झंडे दिखाकर कर किया.  सुशील मोदी का विरोध करने के दौरान सवर्ण सेना के कार्यकर्ताओं ने उनकी कार पर स्याही भी फेंकी.

उपमुख्यमंत्री के खिलाफ नारेबाजी करने वाले युवा मांग कर रहे थे कि सवर्णों को भी आर्थिक आधार पर आरक्षण मिलनी चाहिए. इस दौरान युवाओं ने केंद्र सरकार द्वारा लाए गए एससी- एसटी कानून का भी विरोध किया और इसे वापस लेने की मांग की.

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कई नेताओं का हो चुका है विरोध

गौरतलब है कि 2 दिन पहले केंद्रीय कपड़ा मंत्री स्मृति ईरानी भाजपा के युवा संकल्प सम्मेलन में शामिल होने के लिए गोपालगंज पहुंची थीं तो उससे पहले ही शहर भर में पोस्टर पर लगे उनके तस्वीरों पर सवर्ण सेना के कार्यकर्ताओं ने कालिख पोत दी थी.  पिछले कुछ दिनों में स्मृति ईरानी समेत केंद्रीय मंत्री अश्विनी चौबे, सांसद मनोज तिवारी, बिहार सरकार के मंत्री ललन सिंह और विजय सिन्हा के अलावा भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष नित्यानंद राय को अलग- अलग जगहों पर सवर्ण सेना के कार्यकर्ताओं की नाराजगी झेलनी पड़ी है और उनका जमकर विरोध भी किया गया है.

क्‍यों नाराज हैं सवर्ण समाज के लोग

दरअसल,  बीते 6 सितंबर को इन्होंने एससी-एसटी कानून के विरोध में भारत बंद का ऐलान किया था. उस दौरान बिहार में कई जगहों पर सवर्ण सेना के कार्यकर्ताओं की जमकर पिटाई हुई थी लेकिन इस मुद्दे पर भाजपा के सभी नेताओं ने चुप्पी साध ली थी, इसी को लेकर सवर्ण सेना के लोग भाजपा नेताओं से खासे नाराज है.

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