
बिहार सरकार में क्या सबकुछ ठीक नहीं है? अब शिक्षक भर्ती मामले पर नीतीश कुमार और तेजस्वी यादव गुट के बीच तल्खी साफ नजर आ रही है. पहले नीतीश ने RJD मंत्री को नसीहत दी कि शिक्षक भर्ती पर सारा क्रेडिट अपनी (RJD) पार्टी को ना दें. इसके बाद अब इस कार्यक्रम से जुड़ा पोस्टर सामने आया है, इस पोस्टर में सीएम नीतीश की तस्वीर तो है लेकिन डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव की फोटो इससे गायब है.
बता दें कि बिहार में शिक्षक भर्ती परीक्षा में पास होने वाले अभ्यर्थियों को नीतीश कुमार नियुक्ति पत्र देंगे. एक लाख 20 हजार से ज्यादा शिक्षकों को नियुक्ति पत्र सौंपा जाना है. 2 नवंबर को पटना के गांधी मैदान में इसके लिए कार्यक्रम होगा.
इस भर्ती को लेकर क्रेडिट लेने की होड़ मची है. RJD इसे अपने घोषणा पत्र का वादा बताते हुए लगातार इस भर्ती प्रक्रिया को डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव की उपलब्धि के तौर पर पेश करने में जुटी है. लेकिन इससे सीएम नीतीश खासे खुश नहीं हैं. मिली जानकारी के मुताबिक, वह आरजेडी के एक मंत्री पर भड़क गए. नीतीश ने मंत्री को नसीहत दे डाली कि वे इस भर्ती के लिए सिर्फ अपनी पार्टी को क्रेडिट न दें.
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हालांकि, इसके बाद भी RJD के ट्विटर से जो ट्वीट हुए उसमें बड़ी फोटो तेजस्वी यादव की ही थी. इसके बाद अब गांधी मैदान में होने वाले कार्यक्रम से जुड़ा पोस्टर सामने आया है. मुख्य स्टेज पर लगे इस पोस्टर में सीएम नीतीश और डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव दोनों का नाम है, लेकिन फोटो सिर्फ नीतीश कुमार का लगा है.
बीजेपी ने लगाया घोटाले का आरोप
नियुक्ति पत्र बंटने से पहले बीजेपी बिहार में शिक्षकों की नियुक्ति में भ्रष्टाचार के आरोप लगा रही है. इस पर बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा है कि वे (भाजपा) जब साथ में थे तब कभी नहीं बोलते थे. उन्हें ऐसा बोलने के लिए बोला जाता है इसलिए बोल रहे हैं, ऐसी कोई बात नहीं है. सभी नियुक्तियां अच्छे से हो रही हैं.
बीजेपी की तरफ से विजय सिन्हा ने कहा है कि ये सब एक दिखावा है. जो शिक्षक नियुक्त हो चुके हैं उन्हें नियुक्ति पत्र दिया जा रहा है.