बिहार के कई इलाकों में शुक्रवार को बारिश के साथ वज्रपात का कहर देखने को मिला. इसकी वजह से 17 लोगों की मौत हो गई. राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के मुताबिक, मरने वालों की संख्या सहरसा में 6, दरभंगा में 4, कैमूर में 3 और मधेपुरा, सुपौल, सासाराम और खगड़िया में 1-1 है.
सहरसा के सदर अनुमंडल पदाधिकारी और सिमरी बख्तियारपुर के अनुमंडल पदाधिकारी ने अपने अपने क्षेत्र में वज्रपात से कुल 6 मौतों की पुष्टि की. सहरसा में मरने वाले 6 लोगों में से 3 बच्चे हैं, जिनकी उम्र 8 साल से 12 साल के बीच है. वकील यादव नाम के व्यक्ति के यह तीनों बच्चे बगीचे में आम चुनने गए हुए थे, जिस वक्त वज्रपात की वजह से वह झुलस गए और अस्पताल ले जाने के क्रम में उनकी मौत हो गई.
वहीं सुपौल में जब वज्रपात हुआ तब बाइक पर सवार तीन व्यक्ति जा रहे थे. इसमें एक युवक की मौत हो गई और बाकी दोनों बुरी तरह से झुलस गए. घायलों को सुपौल के वीरपुर अस्पताल पहुंचाया गया. यह तीनों युवक बनाली पट्टी पंचायत के बोरहा गांव के रहने वाले हैं. मरने वाले युवक का नाम रियाज अंसारी है.
दरभंगा में आसमानी आफत की वजह से कुशेश्वर स्थान प्रखंड के अलग-अलग जगहों में 4 लोगों की मौत हो गई. वज्रपात में मरने वालों के घर वालों का रो-रो कर बुरा हाल है. प्रशासन ने भी 4 लोगों की मौत की पुष्टि की है और सभी के शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया गया है.
कैमूर के भभुआ, दुर्गावती और भगवानपुर प्रखंड में ठनका गिरने की वजह से 1-1 व्यक्ति की मौत हुई है. चैनपुर प्रखंड में 2 मवेशियों के भी मारे जाने की खबर है.
शुक्रवार की सुबह से हो रही बारिश की वजह से कई इलाकों में आंधी और तूफान देखने को मिला. मौसम विभाग की मानें तो उन्होंने पहले ही इस बात की आशंका जता दी थी कि शुक्रवार को कई इलाकों में आंधी तूफान के साथ बारिश होगी. सरकार ने मृतक के परिवार वालों को 4-4 लाख रुपये अनुकंपा राशि देने का ऐलान किया है.