बिहार में लोकसभा सीटों को लेकर बीजेपी के नेतृत्व वाले एनडीए के सहयोगी दल आरएलएसपी के साथ बात नहीं बनी. आरएलएसपी के मध्य प्रदेश के विधानसभा चुनाव लड़ने का एलान किया है. पार्टी अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा ने 66 सीटों पर अपने उम्मीदवारों की सूची जारी की है.
कुशवाहा ने कहा कि मध्यप्रदेश में मेरी पार्टी चुनाव लड़ेगी. उन्होंने अपने इस्तीफे की बात को सिरे से खारिज करते हुए कहा कि अभी सीट के बंटवारे की बात फाइनल नहीं हुई है. सीटों की संख्या पर उन्होंने कहा कि हमने तीन सीटों की मांग की है और ये जायज भी है क्योंकि इससे पहले भी हमने तीन सीटों पर चुनाव लड़ा था.
उन्होंने कहा कि हमने आज बीजेपी नेता भूपेंद्र यादव से भी मुलाकात की और कहा कि जो भी संस्था होती है उसमें लाभ-हानि की हिस्सेदारी सबकी होनी चाहिए. सिर्फ लाभ में हिस्सेदारी नहीं, हानि में हिस्सेदारी क्यों नहीं? जेडीयू के आने से सीटें की संख्या कम हो गईं लेकिन सब मिलकर बंटवारा करेंगे.
उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार की हिस्सेदारी तब नहीं थी जब हमारी हिस्सेदारी केंद्रीय मंत्रिमंडल में थी. लेकिन, आज हिस्सेदारी की बात है तो हमें इससे वंचित क्यों किया जा रहा है? मेरा ये सवाल है.
बता दें कि सीट बंटवारे को लेकर आरएलएसपी अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा दिल्ली आए हैं और आज उनकी भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह से मुलाकात होनी थी. लेकिन उससे पहले कुशवाहा ने मंगलवार को बिहार बीजेपी प्रभारी भूपेंद्र यादव से मुलाकात की. जिसके बाद कहा जा रहा है कि उन्होंने तीन सीटों की मांग की जिसपर डील फाइनल नहीं हुई है.
उपेंद्र कुशवाहा और भूपेन्द्र यादव के बीच करीब आधे घंटे मुलाकात हुआ. दोनों नेताओं के बीच सीट बंटवारे पर चर्चा हुई लेकिन बात नहीं बन सकी है.