गृह मंत्री अमित शाह ने इफ्तार पार्टी को लेकर केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह की ओर से की गई टिप्पणी पर कड़ी नाराजगी जताई है और उन्हें हिदायत देते हुए कहा कि इस तरह की शिकायत नहीं आनी चाहिए. रमजान के मौके पर बिहार में इन दिनों कई राजनीतिक दलों की ओर से इफ्तार पार्टी दी जा रही है जिसको लेकर गिरिराज सिंह ने ट्वीट किया था, अब खबर है कि अमित शाह ने इस मुद्दे पर गिरिराज सिंह की जमकर क्लास ली.
सूत्रों के अनुसार, गृह मंत्री अमित शाह ने फोन पर गिरिराज सिंह से इस तरह के बयानों से बचने की सलाह दी और कहा कि भविष्य में इस तरह की कोई शिकायत नहीं आनी चाहिए. दूसरी ओर जेडीयू ने गिरिराज सिंह पर कार्रवाई की मांग कर डाली है.
BJP President Amit Shah has called and asked Union Minister Giriraj Singh to avoid making statements (Singh tweeted pictures & commented on Bihar CM Nitish Kumar and other leaders attending 'Iftar' parties) pic.twitter.com/Wgc5XzOba3
— ANI (@ANI) June 4, 2019
होली में भी भोज नहीं देते
इफ्तार पर की गई टिप्पणी के बाद गिरिराज सिंह अब अपनी पार्टी के निशाने पर आ गए हैं. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर कसे तंज के बाद बीजेपी के वरिष्ठ नेता और बिहार के उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने गिरिराज सिंह पर निशाना साधाते हुए कहा कि जो लोग तंज कर रहे है वो तो होली में भी भोज नहीं देते, इफ्तार तो दूर की बात है.
उन्होंने कहा, 'गिरिराज सिंह ने क्या ट्वीट किया है यह हमें नहीं मालूम, लेकिन इतना कह सकता हूं कि मुझे हिंदू होने पर गर्व है, और मैं इफ्तार का आयोजन भी करता हूं और होली मिलन का आयोजन भी करता हूं. माननीय मुख्यमंत्री के घर पर हर साल छठ के खरना का भी आयोजन होता है. हम इफ्तार भी करते हैं और फलाहार भी करते हैं और खरना में भी भाग लेते हैं. जो लोग तंज कस रहे हैं, वो ना तो होली का भोज देते हैं न ही इफ्तार की पार्टी.
केसी त्यागी का पलटवार
गिरिराज की टिप्पणी पर जेडीयू के केसी त्यागी ने पलटवार करते हुए कहा कि उनका आचरण प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सीख ‘सबका विश्वास’ के खिलाफ है. उन्होंने कहा कि वह उन्हें एक तस्वीर भेज रहे हैं, जिसमें पीएम मोदी दुनिया की सबसे खूबसूरत मस्जिद जो अबूधाबी में है और उसके अंदर शेख-ईमाम के साथ दौरा कर रहे हैं. ये सबका साथ और सबका विश्वास का प्रतीक है, उस पर गिरिराज सिंह पर क्या कहेंगे.
इससे पहले, रामविलास पासवान के बेटे और जमुई से सांसद चिराग पासवान ने गिरिराज सिंह को जवाब देते हुए कहा कि लोक जनशक्ति पार्टी के स्थपाना से ही सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास का मूल मंत्र पार्टी के आत्मा से जुड़ा हुआ है. मुझे खुशी है कि इस मूल मंत्र को आदरणीय @narendramodi जी ने भी दोहराया है. त्योहार मनाने से समाज में समरस्ता आती है. इस तरह के प्रश्न भारत की परम्परा पर उंगलिया उठाते हैं.
गिरिराज सिंह ने आज मंगलवार सुबह एक ट्वीट किया था जिसमें बिहार के मुख्यमंत्री नीतिश कुमार और केंद्रीय मंत्री रामविलास पासवान की अन्य नेताओं के साथ इफ्तार पार्टी करने की फोटो शेयर करते हुए कहा था कि इसी तरह फलाहार का कार्यक्रम नवरात्रि पर भी कराया जाना चाहिए.लोक जनशक्ति पार्टी के स्थपाना से ही सबका साथ,सबका विकास,सबका विश्वास का मूल मंत्र पार्टी के आत्मा से जुड़ा हुआ है।मुझे खुशी है की इस मूल मंत्र को आदरणीय @narendramodi जी ने भी दोहराया है।त्योहार मनाने से समाज में समरस्ता आती है।इस तरह के प्रश्न भारत की परम्परा पर उँगलिया उठाते है https://t.co/PcStDbJjcF
— Chirag Paswan (@ichiragpaswan) June 4, 2019
केंद्रीय मंत्री और बेगूसराय से सांसद गिरिराज सिंह ने ट्वीट करते हुए लिखा कि कितनी खूबसूरत तस्वीर होती जब इतनी ही चाहत से नवरात्रि पे फलाहार का आयोजन करते और सुंदर सुदंर फोटो आते ??? ... अपने कर्म धर्म में हम पिछड़ क्यों जाते और दिखावा में आगे रहते है ???
बिहार में एक ओर जहां रमजान के मौके पर राजनीतिक दलों द्वारा 'दावत-ए-इफ्तार' पार्टी का आयोजन किया जा रहा है,कितनी खूबसूरत तस्वीर होती जब इतनी ही चाहत से नवरात्रि पे फलाहार का आयोजन करते और सुंदर सुदंर फ़ोटो आते??...अपने कर्म धर्म मे हम पिछड़ क्यों जाते और दिखावा में आगे रहते है??? pic.twitter.com/dy7s1UgBgy
— Shandilya Giriraj Singh (@girirajsinghbjp) June 4, 2019
वहीं, केंद्रीय मंत्री और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेता गिरिराज सिंह ने इस इफ्तार के आयोजन पर सवाल उठाते हुए कहा कि इसी तरह अगर नवरात्रि के मौके पर भी फलाहार का आयोजन किया जाए तो तस्वीर और भी खूबसूरत होती.
अपने बयानों से चर्चा में रहने वाले सिंह ने ट्वीट के साथ बिहार के नेताओं की इफ्तार वाली चार तस्वीरें भी पोस्ट की हैं, जिसमें मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, रामविलास पासवान, सुशील मोदी सहित कई नेताओं की तस्वीर है.
पिछले दो दिनों के अंदर भारतीय जनता पार्टी, राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी), लोजपा, जेडीयू, हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा द्वारा दावत-ए-इफ्तार का आयोजन किया गया है.