बिहार टॉपर्स मामले में घिरी नीतीश सरकार पर बीजेपी सांसद आर.के. सिंह ने हमला बोला है. बिहार विद्यालय परीक्षा समिति (बिहार बोर्ड) के पूर्व चेयरमैन लालकेश्वर प्रसाद सिंह को पकड़ने में असफल रही पुलिस को लेकर बीजेपी सांसद ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को घेरा है. एफआईआर दर्ज होने के आठ दिन बाद भी पुलिस लालकेश्वर तक पहुंचने में सफल नहीं हो सकी है.
पहले क्यों दर्ज नहीं हुई FIR
आर.के. सिंह ने 'आज तक' से बातचीत में कहा कि लालकेश्वर के खिलाफ 8 जून को मामला क्यों दर्ज किया गया, साथ ही कोर्ट से अरेस्ट वारंट भी नहीं मांगा गया. 15 जून को पुलिस ने लालकेश्वर और उनकी पत्नी उषा सिंह के खिलाफ अरेस्ट वारंट मांगा. लालकेश्वर की पत्नी पूर्व जेडीयू विधायक हैं.
'नीतीश ने भागने का समय दिया'
सिंह ने कहा कि खबरें हैं कि लालकेश्वर अपनी पत्नी के साथ लंदन जा चुके हैं, जहां उनका बेटा इंजीनियर है. सिंह ने आरोप लगाया कि नीतीश कुमार ने बिहार बोर्ड के पूर्व चेयरमैन और उनकी पत्नी को विदेश जाना का पर्याप्त समय दिया.
बीजेपी सांसद ने कहा कि मैंने सुना है कि वे लंदन भाग गए है. सरकार ने उन्हें भागने का समय दिया. पुलिस को अरेस्ट वारंट पहले लाना चाहिए था और लुकआउट नोटिस जारी करना चाहिए था, जिससे वो विदेश ना भाग सकें.
'शिक्षा में गिरावट के लिए नीतीश जिम्मेदार'
टॉपर्स मामले में नीतीश की आलोचना करते हुए सिंह ने कहा कि पूरे विवाद से राज्य के बाहर उच्च शिक्षा प्राप्त करने के लिए जाने वाले कई बिहारी छात्रों का भविष्य बर्बाद होगा. नीतीश ने जान-बूझकर लालकेश्वर को बोर्ड का चेयरमैन बने रहने दिया, जबकि ये जानते हुए भी कि बच्चों को फर्जी मार्कशीट दी गई हैं. नीतीश बिहार में शिक्षा का स्तर नीचे जाने के लिए जिम्मेदार है. नीतीश ने बिहार को बड़ी क्षति पहुंचाने का काम किया है.