बीजेपी के वरिष्ठ नेता सुशील मोदी ने मंगलवार को कहा है कि हाल के दिनों में जिस तरह से बिहार में व्यवसाई वर्ग अपहरणकर्ताओं के निशाने पर है उससे बाहर के निवेशकों में काफी डर का माहौल है जिस कारण राज्य में कोई भी निवेशक पैसा लगाना नहीं चाहता है.
गौरतलब है कि पिछले हफ्ते दिल्ली के रहने वाले दो व्यापारी भाइयों को पटना हवाई अड्डे से अगवा कर अपहरणकर्ताओं ने चार करोड़ की रंगदारी मांगी थी. हालांकि बाद में पुलिस कार्रवाई के बाद दोनों भाइयों को सुरक्षित छुड़ा लिया गया था. सुशील मोदी ने कहा वहीं दूसरी ओर मोतिहारी और कटिहार में व्यवसाइयों के अपहरण और समस्तीपुर में सरेआम सोने के व्यवसाई की हत्या जैसी घटनाओं से निवेशकों का विश्वास सरकार से खत्म हो गया है.
उन्होंने कहा 'बिहार में जिस तरीके के हालात हैं, ऐसी स्थिति में कोई भी औद्योगिक नीति बना ले, जब तक कानून के राज पर निवेशकों का भरोसा नहीं जागेगा, बिहार में कोई भी निवेशक झांकने भी नहीं आएगा.' दरअसल सोमवार को बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने उद्यमी पंचायत की बैठक में निवेशकों को इस बात का भरोसा दिलाया था के राज्य में निवेश का माहौल बन गया है. नीतीश कुमार ने निवेशकों से अपील की थी कि नई बिहार औद्योगिक निवेश प्रोत्साहन नीति 2016 लागू होने के बाद निवेशक बिहार में पैसा लगा सकते हैं और राज्य सरकार भी उनकी मदद के लिए हर संभव प्रयास करेगी.
सुशील मोदी ने ये भी कहा कि 'उद्योगों में पूंजी निवेश के सुझावों पर विचार के लिए नीतीश कुमार कमिटी बनाने का ऐलान कर रहे हैं जबकि नई औद्योगिक नीति 2016 बनाने के दौरान स्थानीय उद्यमियों और उनके संगठनों के सुझावों को सरकार ने कोई तवज्जो नहीं दी', नीतीश कुमार को आड़े हाथों लेते हुए मोदी ने कहा बिहार में जब उद्योग लगाने के लिए सरकार जमीन नहीं देगी और अन्य सभी तरह के रियायतों को नहीं देगी तो ऐसी स्थिति में कोई निवेशक यहां क्यों आएगा.