21 जून को दुनिया भर में मनाए जा रहे अंतरराष्ट्रीय योग दिवस से नीतीश कुमार सरकार ने लगातार तीसरे साल भी दूरी बनाई रखी और इसको लेकर राज्य सरकार ने आज भी कोई कार्यक्रम का आयोजन नहीं किया. बीजेपी के साथ बढ़ती नजदीकी को लेकर चर्चा के बीच नीतीश के इस कदम के पीछे कई संकेत निकाले जा रहे हैं?
हालांकि बिहार सरकार द्वारा अंतरराष्ट्रीय योग दिवस नहीं मनाने को लेकर नीतीश कुमार ने अपनी स्थिति पहले ही साफ कर दी थी और कहा था कि केंद्र में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सरकार योग दिवस के नाम पर दिखावा और राजनीति करने की कोशिश कर रही हैं.
नीतीश नें मोदी पर किया हमला
अंतरराष्ट्रीय योग दिवस से 2 दिन पहले ही सोमवार को नीतीश कुमार ने कहा था कि योग एक व्यक्तिगत चीज है और प्रधानमंत्री मोदी योग के नाम पर केवल प्रचार प्रसार कर रहे हैं. प्रधानमंत्री मोदी पर हमला करते हुए नीतीश ने यह भी इशारों इशारों आरोप लगाया था कि भाजपा सरकार योग दिवस को वोटों के लिए इस्तेमाल कर रही है.
पटना में योग दिवस कार्यक्रम में भाजपा के बड़े नेता शामिल हुए
वहीं दूसरी और पटना के शिवाजी पार्क में बुधवार को भाजपा की ओर से अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस कार्यक्रम का आयोजन किया गया जिसमें केंद्रीय कानून मंत्री रविशंकर प्रसाद के अलावा बिहार भाजपा के अध्यक्ष नित्यानंद राय और पूर्व उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी के अलावा कई भाजपा नेताओं ने शिरकत की.
रविशंकर ने कहा कि योग पर राजनीति नहीं होनी चाहिए
आजतक से खास बातचीत करते हुए केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने नीतीश कुमार को अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस नहीं मनाने को लेकर जमकर लताड़ा और कहा कि योग के राजनीति नहीं होनी चाहिए. रविशंकर प्रसाद ने कहा कि योग जोड़ने का काम करता है बल्कि तोड़ने का नहीं. केंद्रीय मंत्री ने इस बात को स्वीकार किया कि अगर नीतीश कुमार सरकार भी इस दिन को मनाती तो उन्हें ज्यादा खुशी होती.