राम जन्मभूमि की लड़ाई लड़ने वाली बीजेपी सीता माता के जन्मस्थान को लेकर विवादों में पड़ गई है. सीतामढ़ी को लेकर केंद्रीय मंत्री महेश शर्मा के दिए गए बयान को लेकर राजनीति तेज हो गई है. सीतामढ़ी में माता सीता के जन्मस्थान को लेकर केंद्रीय मंत्री के बयान से बीजेपी बैकफुट पर है. वहीं दूसरी तरफ जनता दल यू इस मुद्दे को हवा देने में लगी है.
सीतामढ़ी से जनता दल यू के पूर्व सांसद अर्जुन राय मंत्री के विवादित बयान को लेकर शंख फूंक दिया है, और केंद्रीय मंत्री महेश शर्मा की बर्खास्तगी की मांग को लेकर पदयात्रा शुरू कर दी है.
केंद्रीय संस्कृति एवं पर्यटन मंत्री महेश शर्मा ने राज्यसभा में कहा कि सीतामढ़ी बस आस्था और विश्वास का केंद्र है. भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण ने वहां ऐसा कोई प्रमाण नहीं पाया है जिसकी वजह से सीतामढ़ी को सीता की जन्मस्थली माना जाए. महेश शर्मा मध्यप्रदेश के बीजेपी सांसद प्रभात झा के सवाल का जवाब दे रहें थे. प्रभात झा सीतामढ़ी के मूल निवासी हैं.
राजनीति भी अजीब चीज है जो बीजेपी मंदिर की राजनीति करती है वो सीता माता के जन्मस्थान को लेकर बैकफुट पर है. वहीं जो जनता दल यू बीजेपी को मंदिर की राजनीति कर साम्प्रदायिकता फैलाने का आरोप लगाती थी वो आज माता सीता के जन्म स्थान को लेकर पदयात्रा कर रही है.
पूर्व सांसद अर्जुन राय ने मुजफ्फरपुर के मझौली से सीतामढ़ी के चोरौत तक की पदयात्रा शुरू की है उनके साथ हजारों लोग इस पदयात्रा में शामिल है. ये पदयात्रा चार दिनों तक चलेगी. पूर्व सांसद ने बताया कि बीजेपी राम का नाम लेकर चुनाव लड़ती है और राजनीति करती है वहीं बीजेपी के मंत्री माता सीता का अपमान कर रहें हैं.
प्रधानमंत्री की उपस्थिति में उन्होंने माता सीता के जन्मस्थान को लेकर कहा कि सीता का जन्म कहा हुआ था ये कोई निश्चित नहीं है. पूर्व सांसद ने कहा कि जबतक केंद्रीय मंत्री महेश शर्मा को बर्खास्त नहीं किया जाता तबतक उनका ये अभियान जारी रहेगा. अर्जुन राय नीतीश कुमार मंत्रिमंडल में मंत्री भी रह चूके हैं.