बिहार में भले ही नरेन्द्र मोदी पार्टी के लिए चुनाव के ऐलान के पहले ताबड़तोड रैलियां कर चुनावी माहौल बनाने में जुटे हों, लेकिन नीतीश कुमार चुपचाप बीजेपी की जमीन खिसकाना चाहते हैं. यही वजह है कि बीजेपी के विधायक दल के भीतर नीतीश के मुरीदों के संख्या बढती जा रही है. उम्मीद ये की जा रही है कि मानसून सत्र खत्म होते बीजेपी के कई विधायक नीतीश के खेमें में पाला बदल सकते हैं.
बीजेपी छोड़कर जेडीयू का दामन थामने का मन बना चुके विधायकों की फेहरिस्त में सबसे पहला नाम अमरनाथ गामी का आ रहा है. वह कभी कट्टर भाजपाई हुआ करते थे, लेकिन इनदिनों सिर्फ नीतीश कुमार का गुणगान कर रहे हैं. इसी तरह दरभंगा के कुशेश्वर से विधायक शशिभूषण हजारी और राजगीर से बीजेपी के 7 बार के विधायक सत्यदेव नारायण आर्य भी दबी जुबान नीतीश की तारीफ कर रहे हैं.
बिहार बीजेपी को बगावत की भनक लग चुकी है. कहीं ये बगावत मोदी के माहौल पर भारी न पड़ जाए, इसलिए बीजेपी के बड़े नेता अब उन नेताओं को मनाने में लगे हैं, जो नीतीश के संपर्क में हैं. हालांकि, बीजेपी के कुछ बड़े नेताओं का मानना है कि नीतीश के संपर्क में रहने वाले विधायक पहले से ही चिन्हित है. ऐसे लोगों के पार्टी से जाने से कोई फर्क नहीं पड़ने वाला है.