बिहार बीजेपी से निलंबित विधायक अमरनाथ गामी ने फिर बागी तेवर दिखाए हैं. वे पार्टी की मान्यता रद्द करने के लिए चुनाव आयोग से शिकायत करेंगे. गामी हायाघाट से विधायक हैं.
अमरनाथ गामी के मुताबिक पार्टी में आंतरिक लोकतंत्र खत्म हो चुका है और पार्टी दोहरा चरित्र अपना रही है.
उनका आरोप है कि शत्रुघ्न सिन्हा और विजय मिश्र जैसे नेताओं के लिए अलग मापदंड है, पार्टी विरोधी बयान के लिए उन्हें बख्श दिया जाता है जबकि उन्हें कारण बताओ नोटिस दिए बिना सीधा निलंबित कर दिया गया.
गौर करने वाली बात है कि जेडीयू से 17 साल पुराना रिश्ता टूटने के बाद बिहार बीजेपी में बगावत की शुरुआत विधायक अमरनाथ गामी ने ही की थी. उन्होंने सुशील मोदी पर पार्टी को हाईजैक करने और कार्यकर्ताओं का गला दबाने का आरोप लगाया था.
अमरनाथ गामी ने कहा था, 'सुशील मोदी ने पार्टी को हाईजैक कर लिया है और पार्टी सिद्धांत से हट गए हैं. कार्यकर्ताओं का गला घोंटते हैं, इस वजह से हम उनके खिलाफ हैं. पूरी पार्टी उनसे त्रस्त है. सुशील मोदी खुद पंचायत स्तर के नेता है और बड़ी–बड़ी बातें करते हैं.' इसके बाद अनुशासन के नाम पर उन्हें पार्टी से सस्पेंड कर दिया गया.
दरअसल, बीजेपी विधायकों का एक धड़ा जेडीयू में जाने की तैयारी में है. ये वो लोग हैं जो नरेंद्र मोदी से ज्यादा नीतीश के वोटबैंक पर भरोसा करते हैं.