बिहार की सियासत में उठा-पटक का दौर चल रहा है. बिहार NDA यानी बिहार के राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन में जिस तरह का माहौल देखने को मिल रहा है उससे तो यही लगता है कि सूबे की सियासत में अभी बहुत कुछ होना शेष है. विधानसभा में मुख्यमंत्री और विधानसभा स्पीकर के बीच जो कुछ हुआ वो अब जग जाहिर है.
उत्तर प्रदेश के विधानसभा चुनाव में बिहार के मंत्री और विकासशील इंसान पार्टी (VIP) के अध्यक्ष मुकेश सहनी ने ताल ठोकी, वो बीजेपी नेताओं को खटक रहा है. बीजेपी के कई नेता मुकेश सहनी पर लगातार हमलावर हैं और उनके इस्तीफे की मांग कर रहे हैं. मुकेश सहनी ने इस पर पलटवार करते हुए साफ कह दिया है कि जनता दल यूनाइटेड (जेडीयू) ने भी यूपी में चुनाव लड़ा. ऐसे में नीतीश कुमार को भी इस्तीफा दे देना चाहिए.
यूपी चुनाव को लेकर सियासी घमासान चल ही रहा था कि अब बोचहा का उपचुनाव आ गया. 2020 के चुनाव में VIP के मुसाफिर पासवान इस सीट से विधायक निर्वाचित हुए थे. मुसाफिर के निधन से रिक्त सीट पर उपचुनाव के लिए मुकेश सहनी ने अमर पासवान को उम्मीदवार घोषित कर दिया तो वहीं बीजेपी भी इस सीट पर दावा कर दिया है. बीजेपी के नेता इस सीट पर दावे के पीछे मुकेश सहनी के यूपी में उम्मीदवार उतारने की दलील दे रहे हैं.
बोचहा में नामांकन 24 मार्च तक
बोचहा सीट पर उपचुनाव के लिए 24 मार्च तक नामांकन होना है. मुजफ्फरपुर से बीजेपी के सांसद अजय निषाद ने कहा है कि बोचहा से बेबी कुमारी पार्टी की उम्मीदवार होंगी. उन्होंने साथ ही ये भी दावा किया है कि मुकेश सहनी की पार्टी 24 मार्च तक ही NDA का हिस्सा होगी. उन्होंने ये भी कहा है कि गृह मंत्री अमित शाह ने 11 विधानसभा सीट और MLC की एक सीट देकर मुकेश सहनी को इस शर्त पर एनडीए में शामिल किया था कि छह महीने के अंदर उनकी पार्टी का बीजेपी में विलय हो जाएगा.
मुकेश सहनी ने एमएलसी चुनाव में उतारे उम्मीदवार
एक तरफ बीजेपी सांसद विलय पर बात पक्की होने का दावा कर रहे हैं, वहीं दूसरी तरफ मुकेश सहनी ने एमएलसी चुनाव में अपने गठबंधन सहयोगी के खिलाफ भी उम्मीदवार उतार दिए हैं. वे जेडीयू उम्मीदवारों के लिये प्रचार में भी जुटे हैं. मुकेश सहनी ने ये भी कहा है कि बोचहा उपचुनाव में उनके उम्मीदवार के नामांकन के समय मुख्यमंत्री नीतीश कुमार भी मौजूद रहेंगे.
नीतीश के समर्थन में खुलकर आए मुकेश सहनी
बीजेपी के कोटे से विधानसभा चुनाव लड़ने वाले मुकेश सहनी अब नीतीश कुमार का खुलकर समर्थन कर रहे हैं. ऐसे में NDA पर इसका क्या असर होगा इसका सहज अनुमान लगाया जा सकता है. यूपी चुनाव के परिणाम से बीजेपी वैसे भी बहुत उत्साहित है. इस बीच 30 जून को मुकेश सहनी का एमएलसी का कार्यकाल खत्म हो रहा है. ऐसे में ये भी देखना होगा कि मुकेश सहनी और बिहार में एनडीए का भविष्य क्या रहता है.